सियासत गरमाई: मराठा आरक्षण के मुद्दे पर छत्रपति संभाजी राजे की अगुवाई
- दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में महाराष्ट्र के सांसदों की बुलाई बैठक
- मराठा आरक्षण का मुद्दा
- छत्रपति संभाजी राजे की अगुवाई
डिजिटल डेस्क, पुणे। फिलहाल मराठा आरक्षण के मुद्दे पर सियासत गरमा गई है. इस मुद्दे पर राजनीतिक नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. वहीँ मराठा नेता मनोज जारांगे पाटिल द्वारा राज्य सरकार को मराठा आरक्षण के मुद्दे पर फैसला लेने के लिए दी गई 24 दिसंबर की मोहलत भी करीब है. इस बीच, छत्रपति संभाजी राजे ने राज्यभर में गूंज रहे मराठा आरक्षण के मुद्दे पर राज्य के सभी सांसदों की आवाज संसद में सर्वसम्मति से उठाने की पहल की है।
राज्य भर में गूंज रहे मराठा आरक्षण के मुद्दे पर छत्रपति संभाजी राजे ने अगुवाई करते हुए मराठा आरक्षण के संबंध में भूमिका तय करने के लिए राज्य के सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की एक संयुक्त बैठक आयोजित की है। यह बैठक सोमवार (18 दिसंबर) को दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में होगी. इसके लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और नारायण राणे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार को भी इस बैठक में आमंत्रित किया गया है.
फिलहाल संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है. महाराष्ट्र के सभी सांसद दिल्ली में मौजूद हैं. इसलिए छत्रपति संभाजी राजे ने राज्य के सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को आमंत्रित किया है. इसलिए यह देखना अहम होगा कि छत्रपति संभाजी राजे द्वारा बुलाई गई बैठक में कितने सांसद शामिल होंगे.ज्ञात रहे कि मराठा समुदाय पिछले कुछ दिनों से आरक्षण की मांग को लेकर संघर्ष कर रहा है. इसके लिए मार्च, आंदोलन और भूख हड़ताल भी चल रही हैं. छत्रपति संभाजी राजे ने भी मनोज जारांगे पाटिल की मांग का समर्थन किया है. उन्होंने यह पहल इसलिए की क्योंकि उन्हें कानूनी प्रक्रिया की जानकारी थी और कुछ दिन पहले उन्होंने राज्य के सभी सांसदों को एक पत्र भेजा था.