पदाधिकारी की पिटाई: उपमुख्यमंत्री अजित पवार की मौजूदगी में भाजपा विधायक की दादागिरी
- भाजपा विधायक की दादागिरी आई सामने
- पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता से की मारपीट
- पुलिसवाले को रसीद किया चांटा
डिजिटल डेस्क, पुणे। उपमुख्यमंत्री अजित पवार की मौजूदगी में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा विधायक की दादागिरी सामने आयी है। ससून अस्पताल के कार्यक्रम में भाजपा विधायक सुनील कांबले ने शुक्रवार को पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस के एक पदाधिकारी की पिटाई कर दी। इसके बाद एक पुलिसकर्मी को सबके सामने चांटा रसीद कर दिया। पुलिसवाले को चांटा मारने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसके बाद राजनीतिक गलियारे में हड़कंप मच गया है। वहीं, शिवसेना (ठाकरे गुट) और कांग्रेस के साथ विपक्ष ने इस घटना की निंदा करते हुए सत्ताधारियों पर जमकर हमला बोला है। वहीँ भाजपा विधायक ने मारपीट की बात से साफ़ इंकार किया है।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार के हाथों पुणे के ससून अस्पताल के तीसरे वार्ड के उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम में मंत्री हसन मुश्रीफ, सांसद सुनील तटकरे के साथ भाजपा विधायक सुनील कांबले, कांग्रेस विधायक रवींद्र धंगेकर के साथ कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए। इस मौके पर बड़ी संख्या में अजीत पवार गुट के कार्यकर्ता भी भारी संख्या में मौजूद थे। इस बीच, भाजपा विधायक कांबले इस बात से नाराज हो गए कि ससून अस्पताल की आधारशिला पर उनका नाम नहीं है।
मंच से उतरते ही उन्होंने अपना गुस्सा राष्ट्रवादी कांग्रेस की चिकित्सा इकाई के प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र सातव पर निकाला। विधायक कांबले द्वारा उनके साथ मारपीट की गई। इसके साथ ही मंच से उतरते हुए उन्होंने एक पुलिसकर्मी को चांटा मार दिया। इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
इस घटना के बाद विधायक सुनील कांबले ने अपनी सफाई में मारपीट की घटना से साफ़ इंकार करते हुए कहा कि, मैंने ससून में किसी पुलिसकर्मी के साथ मारपीट नहीं की। मंच से उतरते वक्त जैसे ही वह मेरे ऊपर गिरा, मैंने उसे धक्का देकर किनारे कर दिया। इसके साथ ही मैंने राष्ट्रवादी कांग्रेस के किसी कार्यकर्ता के साथ मारपीट नहीं की उसे सिविल ड्रेस में रहे पुलिसवालों ने पीटा था, क्योंकि उसने उनके साथ बदतमीजी की थी।
विधायक कांबले भले ही इस घटना से इंकार कर रहे हैं लेकिन चंहुओर वायरल हो रहा वीडियो हकीकत बयान कर रहा है। ज्ञातव्य हो कि विधायक सुनील कांबले और विवादों का पुराना नाता है। इससे पहले पुणे मनपा की एक महिला इंजीनियर के साथ गालीगलौज करने को लेकर वे विवादों में घिरे थे। इसके अलावा एक बिल्डर के लिए झुग्गी बस्ती के लोगों को धमकाने के बाद खासा विवाद छिड़ा था।
इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने सत्ताधारियों और खासकर भाजपा को घेरने की शुरुवात कर दी है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) की नेता सुषमा अंधारे ने कहा कि, विधायक सुनील कांबले विवादित बयानों और दबंगई के लिए जाने जाते हैं। दो साल पहले सुनील कांबले ने पुणे मनपा में एक महिला इंजीनियर को बेहद अभद्र भाषा में गाली दी थी। आनंदनगर के निवासियों को बिल्डर के लाभ के लिए सुनील कांबले द्वारा धमकाया गया था। अब उपमुख्यमंत्री अजित पवार की मौजूदगी में कांबले ने दबंगई का काम किया है।
यदि कांबले को पहले मामले में समझाइश की कार्रवाई या निलंबन दिया गया होता तो वह दोबारा ऐसा करने की हिम्मत नहीं करते। मगर भाजपा अपने ऐसे विधायकों को कभी निलंबित नहीं करती। इसके विपरीत भाजपा विधायक मारपीट करें, हाथ-पैर काट लें, पत्रकारों को जान से मारने की धमकी दें, महिला अधिकारियों से अभद्र भाषा का प्रयोग करें, गृह मंत्रालय इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं करेगा। इन शब्दों में अंधारे ने गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी हमला बोला।