लोकसभा चुनाव: सज गई बारामती की रणभूमि, सुनेत्रा-सुप्रिया ने फूंका सियासी शंख, धंगेकर का पर्चा जमा
- शिरूर से मविआ के उम्मीदवार अमोल कोल्हे और पुणे से रविंद्र धंगेकर ने भी जमा किया पर्चा
- सुनेत्रा-सुप्रिया ने धंगेकर का पर्चा जमा
डिजिटल डेस्क, पुणे, लक्ष्मण खोत। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विभाजन के बाद लोकसभा चुनाव में इस बार राज्य का सबसे हाई वोल्टेज मुकाबला बारामती क्षेत्र में होने जा रहा है। बारामती से महाविकास आघाड़ी की ओर से शरद पवार की बेटी और लगातार तीन बार की सांसद सुप्रिया सुले ने गुरुवार को नामांकन दाखिल किया। साथ ही बारामती से महायुति की उम्मीदवार अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार ने भी गुरुवार को अपना नामांकन पत्र जमा किया। गुरुवार को ही पुणे से महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार विधायक रविंद्र धंगेकर और शिरूर से सांसद डॉ. अमोल कोल्हे ने भी अपना नामांकन जमा किया। इस समय महाविकास आघाड़ी और महायुति की ओर से जोरदार शक्तिप्रदर्शन किया गया।
बारामती में सत्ता परिवर्तन काले पत्थर की लकीर : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
सुनेत्रा पवार के नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल, केन्द्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले उपस्थित थे। इससे पूर्व आयोजित प्रचार सभा में मुख्यमंत्री ने कांग्रेस और शरद पवार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकासात्मक नेतृत्व पर भरोसा करते हुए अजित पवार ने महागठबंधन का समर्थन किया। यह लड़ाई व्यक्तिगत नहीं, बल्कि विकासवाद और परिवारवाद के बीच की लड़ाई है। यह चुनाव देश का भविष्य तय करनेवाला चुनाव है। बारामती की जनता ने परिवर्तन का संकल्प लिया है। अब तख्ता पलटने का समय आ गया है। बारामती में इस बार सत्ता परिवर्तन होगा, यह काले पत्थर की लकी है। ऐसा विश्वास मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने व्यक्त किया।
राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का सपने भी विचार नहीं करेगी जनता
एकनाथ शिंदे ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को महाशक्ति बनाने का वचन दिया है। यह वचन प्रधानमंत्री जरूर पूरा करेंगे, इसकी गारंटी है। अब देश में केवल मोदी गारंटी चल रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के बारे में देश की जनता सपने में भी नहीं सोच सकती। उनमें 54 वर्ष की आयु के बाद भी परिपक्वता नहीं आई है। इसरो ने चंद्रयान लॉन्च किया, लेकिन कांग्रेस राहुल गांधी को अब तक लॉन्च नहीं कर पाई।
अजित पवार के साथ बार-बार अन्याय हुआ
बारामती के विकास के लिए अजित पवार ने कई वर्षों तक जो किया है, वह उनका विजन है। बारामती के विकास का चेहरा बदलने का काम अगर किसी ने किया है, तो वह अजित पवार ने किया है। लेकिन जब भी मौका आया अजित पवार के साथ अन्याय हुआ। धैर्य का अंत हो गया है। आख़िरकार अजित पवार महायुति में आए और सरकार को मज़बूत समर्थन दिया। शरद पवार की उंगली छोड़ने के बाद जिस प्रकार नरेंद्र मोदी ने देश का कायापालट किया, उसी तरह अजित पवार ने शरद पवार की उंगली छोड़ दी है। अब सुनेत्रा पवार के माध्यम से बारामती का कायापालट हो जाएगा, ऐसा विश्वास शिंदे ने व्यक्त किया.
नरेंद्र मोदी को हराने के लिए तैयार रहें : शरद पवार
महाविकास आघाड़ी की बारामती से उम्मीदवार सुप्रिया सुले, पुणे से उम्मीदवार रविंद्र धंगेकर और शिरूर के उम्मीदवार डॉ. अमोल कोल्हे के नामांकन जमा करने से पूर्व आयोजित महाविकास आघाड़ी की प्रचार सभा को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किसानों, महिलाओं और रोजगार को लेकर किए गए वादों और हकीकत में अंतर है। 2015 में पेट्रोल 71 रुपए था और आज 3650 दिन बाद पेट्रोल 106 रुपए हो गया है। 410 का सिलेंडर 1160 रुपए का हो गया। पिछले 10 वर्षों में नौकरियों में गिरावट आई है। अब हमें संकल्प लेना है कि, किसी भी कीमत पर हमें मोदी को सत्ता में नहीं आने देनी है। मोदी की आलोचना करने पर झारखंड के मुख्यमंत्री, दिल्ली के मुख्यमंत्री ओर बंगाल के तीन मंत्री जेल गए। देश में लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है। देश में सत्ता का उन्माद क्या होता है, ये मोदी ने दिखा दिया। इसलिए मोदी को हराने के लिए तैयार रहें, ऐसे शब्दों में राकांपा सुप्रिमो शरद पवार ने नरेंद्र मोदी पर प्रहार किया।
नरेंद्र मोदी के फैसले से अर्थव्यवस्था चरमरा गई - पृथ्वीराज चव्हाण
मविआ की प्रचार सभा में कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, मोदी कहते हैं कि देश की अर्थव्यवस्था पांचवीं सबसे बड़ी अर्थ व्यवस्था है, लेकिन इसकी बुनियाद तो मनमोहन सिंह ने रखी थी। मोदी के फैसले से अर्थ व्यवस्था चरमरा गई। फर्टिलाइजर से लेकर पेट्रोल पंप तक हर जगह मोदी की फोटो है। राज्य में भले ही विधायक भाग गए हो, लेकिन मतदाता अपनी जगह पर हैं। इस मौके पर कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात, विश्वजीत कदम, शिवसेना (उबाठा) की उपनेता सुषमा अंधारे आदि उपस्थित थे।