सोने-चाँदी की दुकान में डॉक्टर बनकर पहँुचे व्यक्ति ने की ठगी
डिजिटल डेस्क, पन्ना। ऑनलाइन रूपयों के लेनदेन का प्रचलन जहां लगातार बढ़ता जा रहा है और कैसलेस सिस्टम को मजबूती मिल रही है। वहीं लेनदेन की इस प्रक्रिया के बीच धोखधड़ी करने वाले शातिर ठग भी सक्रिय है और आए दिन लोगों के साथ आर्थिक धोखधड़ी करने की घटनायें सामने आ रही हैं। पन्ना जिले के देवेन्द्रनगर कस्बा मुख्यालय में स्थित एक ज्वेलरी शॉप में गले में आला डालकर डॉक्टर की तरह बनकर पहँुचे अज्ञात ठग द्वारा व्यापारी से सोने की दो अँगूठियां तथा सोने का एक लॉकेट कुल कीमत ८९३८५ रूपए की खरीदी करने के बाद फर्जी यूपीआई से राशि का भुगतान कर धोखधड़ी किये जाने की घटना सामने आई है। पुलिस द्वारा मामले में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध आईपीसी की धारा ४२० के तहत मामला पंजीबद्ध करके जांच कार्यवाही शुरू की गई है। घटना प्रकरण को लेकर जानकारी के अनुसार देवेन्द्रनगर निवासी मोहनलाल सोनी पिता स्वर्गीय दशरथ प्रसाद सोनी उम्र ४७ वर्ष निवासी राणा कॉलोनी सलेहा रोड देवेन्द्रनगर द्वारा सलेहा रोड में किराये की दुकान लेकर आरती गोल्ड पैलेस के नाम से ज्वेलरी शॉप संचालित की जा रही है।
दिनांक १४ जून को शाम ४ बजे एक अज्ञात व्यक्ति जो कि गले में डॉक्टर का आला लटकाये हुए था बिना नंबर की स्कूटी से ज्वेलरी शॉप में पहुंचा और ज्वेलरी शॉप संचालक मोहनलाल सोनी को यह बताते हुए कि उसकी ड्यूटी देवेन्द्रनगर में हो गई है किराये का मकान चाहिए परिवार सहित रहना है। इसके बाद उस व्यक्ति ने सोने का लॉकेट एक जेण्ट्स और एक लेडीज अँगूठी लेने की बात कही। जिस पर दुकानदार द्वारा ज्वेलरी दिखाई गई और उसने सोने का लॉकेट और दो सोने की अँगूठी पसंद की गई जिनका कुल वजन १३ ग्राम ९०० मिलीग्राम कीमती ८९३८५ रूपए का था। ज्वेलरी क्रय करने के बाद उसने खाते में ऑनलाइन भुगतान करने की बात कही। जिस पर दुकानदार ने अपने लडक़े राहुल सोनी के खाता क्रमांक एवं आईएफएससी कोड की जानकारी उसे दी गई।
जिस पर उसने यूपीआई नंबर 3598549732669321 पर भुगतान कर दिया जाना बताया गया। जिस पर उसके लडक़े राहुल से बात की तो उसके द्वारा बताया गया कि खाते में भुगतान प्राप्त नहीं हुआ जिस पर उसके द्वारा कहा गया कि कभी इंटरनेट के कारण भुगतान देर में पहँुचता है। उसके खाते से रूपया कट चुका है और उसने अपने मोबाइल में ८९३८५ रूपए ट्रान्सफर होने का मैसेज दिखाया। जिस पर विश्वास करते हुए क्रय की गई ज्वेलरी की रसीद उसे देकर जाने दिया किन्तु जब काफी देर बाद भी राशि नहीं आई तो बैंककर्मियो से बैंक जाकर जानकारी ली गई तो यूपीआई भुगतान फर्जी होने की जानकारी बैंक कर्मियो ने दी तथा बताया कि खाते में कोई रूपया ट्रान्सफर नहीं किया गया है। धोखधड़ी से संबधित जानकारी व्यापारी द्वारा पुलिस को दी गई जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच कार्यवाही शुरू की है।