पन्ना: वनक्षेत्र में स्थित है माँ झारखण्डन देवी का प्राचीन स्थान, आदिकालीन प्राचीन प्रतिमा के दर्शन से श्रद्धालुओं की मन्नतें होती हैं पूरी

  • वनक्षेत्र में स्थित है माँ झारखण्डन देवी का प्राचीन स्थान
  • आदिकालीन प्राचीन प्रतिमा के दर्शन से श्रद्धालुओं की मन्नतें होती हैं पूरी
  • भक्तों के सहयोग से सिद्ध स्थान के विकास को मिल रही है लगातार गति

Bhaskar Hindi
Update: 2024-04-01 10:50 GMT

डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना का धार्मिक एवं ऐतिहासिक महत्व है यहां के ऐतिहासिक प्रमाण इसे देवों की भूमि होना प्रमाणित करते करते है। विध्यांचल पर्वत माला अंतर्गत वन क्षेत्र मेें अनेक प्रसिद्ध एवं धार्मिक महत्व के स्थल चिहिन्त है मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के वनगमन मार्ग में विध्यांचल पर्वत माला का बडा हिस्सा पन्ना जिले का वन क्षेत्र रहा है और भगवान श्रीरामचंद्र के वनवास के दौरान यहां से गुजरने और कुछ प्रमुख स्थानो में उनके रूकने को लेकर प्रचलित कथायें है इसके साथ ही साथ देवी मंदिरों के स्थान भी काफी प्राचीन और प्रसिद्ध है। पन्ना विकासखण्ड अंतर्गत अरण्यक स्थलीय ग्राम पंचायत तिलगवां और सकरिया की सीमा क्षेत्र में स्थित झारखण्डन के नाम से प्रसिद्ध स्थान माँ झारखण्डन देवी के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था के चलते प्रसिद्ध है। मान्यता है कि झारखण्डन में देवी मां की जो प्रतिमा है वह आदिकालीन प्रतिमा है प्रतिमा का स्वरूप भव्य है और दर्शन से उसमें से निकलन वाले तेज की अनुभूति की जा सकती है।

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पूर्व में अरण्यक स्थली में देवी माँ की प्रतिमा वृक्ष के नीचे चबूतरे में विराजमान थी जहां माता के दर्शन के लिए ग्रामीण श्रद्धालुजन कठिन रास्ते की चुनौती पूरी करते हुए पहँुचते थे वर्तमान में मंदिर तक पहँुचने वाले सभी रास्ते पगडंडियों वाले हैं। हालांकि पहँुचने वाले श्रद्धालुओ की संख्या बढने के साथ पगडंडी वाले कुछ प्रमुख रास्ते ठीक ठाक कर ऐसे बनाए जा चुके है जिससे दो पहिया वाहन व चार पहिया वाहन से श्रद्धालुजन माता के स्थान पर दर्शन प्राप्त करने के लिए जा सकते है। क्षेत्राचंल के श्रद्धालुओं का मानना है कि माता के दर्शन से लोगों की मान्यतायें पूरी होती है कई ऐसे श्रद्धालु है जो मान्यता पूरी होने पर यहां पर विशेष रूप से धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं। अरण्यक स्थली में माँ झारखण्डन के दर्शन मात्र से ही भक्तों को शांति की अनुभूति प्राप्ति होती है।

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श्रद्धालुओं के सहयोग से हनुमान जी, गणेश जी मंदिर का हुआ है निर्माण

झारखण्डन माता के स्थान की प्रसिद्धी दूर-दूर तक पहुंच चुकी है हर वर्ष यहां पर बडे धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाने लगा है। माता के स्थान का विकास करने को लेकर श्रद्धालु उत्साहित हैं। श्रद्धालुओं द्वारा हनुमान जी का मंदिर का निर्माण कराते हुए उनकी भव्य प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कराई जा चुकी है इसके साथ ही गणेश जी का भी सुन्दर मंदिर बनाया गया है। इस साल शिव मंदिर का निर्माण कराते हुए भगवान भोलेनाथ की प्राण प्रतिष्ठा भी कराई जा चुकी है। स्थानीय ग्राम पंचायत द्वारा पहँुचने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा की दृष्टि से यहां पर धर्मशाला का निर्माण भी करवाया गया है। पन्ना से सतना रेलवे लाईन माँ झारखण्डन के स्थान से कुछ ही दूरी से निकली है जिससे आने वाले समय में माता का दरबार के इस स्थान के विकास की नई संभवानायें निर्मित होगी।    

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