रातभर झमाझम बरसा पानी, इंतजार के बाद किसानों को मिली राहत
डिजिटल डेस्क, पन्ना। प्रदेश में मानसून सक्रिय होने के साथ ही जिला मुख्यालय पन्ना सहित पन्ना तहसील में बारिश की स्थिति बीतो दिनों के दौरान पानी की बौछारो तक ही सीमित थे जिसके चलते किसानो के खेत सूखे पड़े हुए थे और खरीफ की फसल को लेकर किसानो की चिंताये लगातार बढ़ती जा रही थी और अन्नदाता किसान बारिश को लेकर ऊपर वाले से मिन्नत करने लगे।जो कि बुधवार की पूरी रात और उसके बाद सुबह लगभग ११ बजे तक हुई झमाझम बारिश से आज पूरी कर दी। करीब १५ घंटे तक हुई झमाझम बारिश से किसानो के सूखे पड़े खेतो में पानी भर गया है इसके साथ ही साथ नालो औैर तालाबो में भी काफी मात्रा में पानी आ गया है। इसके साथ ही साथ बारिश होने से सूखी पड़ी नदियों में पानी भरने लगा हेै साथ ही साथ लंबे समय से उमस भरी गर्मी से परेशान लोगो को राहत मिली है। अच्छी बारिश होने के बाद मौसम सुहावना हो गया है झरनें भी कलकल करने लगे है और अब किसान बारिश के रूकने के बाद खेतो की जुताई को लेकर उम्मीद लगा रहे है और इसके साथ ही खरीफ की बोनी की व्यवस्था भी कर रहे है जहां किसानो के लिए बारिश बडी राहत लेकर आई है वहीं लगातार बारिश के चलते जनजीवन पर भी असर देखने को मिला।
जिला मुख्यालय पन्ना में झमाझम बारिश के चलते आज कई जगह जलभराव की स्थिति के चलते समस्या खड़ी हो गई। पन्ना अजयगढ मार्ग स्थित जिला होमगार्ड के कार्यालय परिसर में लगातार हुई बारिश के चलते इतना अधिक पानी भर गया कि पूरा कार्यालय परिसर छोटे तालाब की सूरत में नजर आने लगा है कार्यालय के कक्षो के अंदर भी पानी पहँुचने लगा है जिसके चलते होमगार्डस द्वारा कार्यालय परिसर में भरे पानी को बाहर निकालने के लिए मोर्चा संभालना पड़ा और बोट आदि का प्रबंध कर कार्यालय परिसर में भरे पानी को निकालने के लिए व्यवस्था बनाई गई। जलभराव की स्थिति इसी कार्यालय के आगे स्थित उद्यानिकी विभाग के कार्यालय में भी देखने मिली। हॉटिँकल्चर का कार्यालय बारिश के चलते तालाब की सूरत में बदल गया है। शहर के अन्य स्थलो में भी जल भराव की स्थिति देखने को मिली। शहर के निचली बस्तियों में निकासी अवरूद्ध हो जाने से कई घरो के अंदर तक पानी भर जाने की जानकारी सामने आई है।