पन्ना: घायल गौ माता का दो माह तक किया उपचार, मृत्यु होने पर विधि-विधान से किया अंतिम संस्कार
डिजिटल डेस्क, पन्ना। नगर में एक गौमाता की मृत्यु होने पर गौ सेवकों की टीम के द्वारा विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया गया जो नगर में चर्चा और सरहना का विषय बना हुआ है। मामला इस प्रकार है कि नगर में विचरण करने वाली एक काले रंग की गाय के पैर में अज्ञात कारण से गहरी चोट लग गई थी दर्द से तड़पती गौ माता को देखकर गौ सेवक संतोष चाणक्य रैकवार के द्वारा उसका उपचार शुरू किया। घाव काफी गहरा होने की वजह से वह ठीक होने का नाम नहीं ले रहा था। 2 महीने तक चले उपचार के बाद गाय की मृत्यु हो गई। नियमित उपचार करने के कारण चाणक्य एवं उनकी टीम के सदस्यों को यह गाय पहचानने लगी थी और उनके आते ही ठहर जाती मानों वह जानती हो कि यह मेरा इलाज करने आए हैं। गाय की मृत्यु हो जाने पर चाणक्य और उनके साथी मायूस हो गए जैसे कोई उनका अपना उन्हें छोडक़र चला गया हो।
टीम के द्वारा तय किया गया कि वह गौ माता का विधि विधान से अंतिम संस्कार करेंगे। इसके लिए धर्म सागर शांति धाम में जेसीबी मशीन से 10 बाई 8 का एक गड्ढा खुदवाया गया जिसमें मृत गाय को लिटाकर लाल साड़ी, सिंदूर, पुष्प माला एवं नमक डालकर हवन पूजन के साथ विधि विधान से अंतिम संस्कार किया गया। बता दें कि संतोष चाणक्य रैकवार संपूर्ण पन्ना जिले में एक गौ सेवक के रूप में पहचाने जाते हैं कहीं भी बीमार या घायल गौवंश की सूचना मिलने पर वह आधी रात को भी चल पड़ते हैं और स्वस्थ होने तक निशुल्क उपचार करते हैं। इस प्रकार यह अब तक सैकड़ों गौवंश का उपचार कर चुके हैं। आज के इस नेक एवं परोपकार के कार्य में संतोष चाणक्य रैकवार के साथ नीरज लोधी, सुभाष द्विवेदी, अनिल यादव, मुकेश साहू, राजकुमार वर्मा, दिलीप शिवहरे, रूपेश मोदी, रामकुमार रैकवार, सीपू रेले, मनीष रैकवार, सौरभ ओमर, सूरज यादव आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।