छिंदवाड़ा: कुत्तों के झुंड ने मासूम को नोंचा, राहगीरों ने बचाई जान, पिता ने कहा-निगम नहीं दे रहा ध्यान
- कुत्तों के झुंड ने मासूम को नोंचा, राहगीरों ने बचाई जान
- पिता ने कहा-निगम नहीं दे रहा ध्यान
- रायल चौक में मंगलवार दोपहर की घटना, मासूम का उपचार जारी
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। शहर की गलियों में कुत्ते के झुंड हमलावर होते जा रहे हैं। राह चलते लोगों पर झपटते हुए उन्हें लहूलुहान कर रहे हैं। मंगलवार दोपहर रायल चौक में करीब आधा दर्जन कुत्तों के झुंड ने ६ साल के मासूम को बुरी तरह नोंचा। राहगीरों ने कुत्तों के झुंड को भगाते हुए मासूम की जान बचाई। पैरों में गंभीर चोट लगने से बच्चे का उपचार जारी है। जानकारी अनुसार रायल चौक निवासी सोहिब खान का ६ वर्षीय बालक महफूज मंगलवार दोपहर दुकान के पास से गुजर रहा था। तभी कुत्तों के झुंड ने मासूम पर हमला बोल दिया। बच्चे के पैरों पर झपटने के बाद कुत्ते बच्चे को नोंच रहे थे। तभी राहगीरों ने कुत्तों को भगाया, बच्चे को बचाया और फिर परिजन उसे जिला अस्पताल में उपचार कराने लाए।
पिता ने कहा- निगम को कई बार आवेदन दिया, तादाद कम करने नहीं उठे कदम
घायल बच्चे के पिता सोहिब का कहना है कि आवारा कुत्तों की तादाद दिन-ब-दिन बढ़ते जा रही है। कुत्ते हमलावर हो गए हैं। कई बार हमने नगर निगम को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की। लेकिन अब तक नगर निगम कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई।
निजी अस्पताल और क्लीनिकों के आंकड़े दोगुने-
५ माह में एक हजार से अधिक लोगों को श्वानों ने काटा है। यह सिर्फ जिला अस्पताल के आंकड़े है। इससे लगभग दो गुना अधिक लोग ऐसे होंगे जिन्होंने निजी अस्पताल और क्लीनिकों में जाकर डॉग बाइट का इलाज कराया। जिसका रिकार्ड स्वास्थ्य विभाग के पास भी नहीं है।
जिला अस्पताल में मरीजों की स्थिति-
- प्रतिदिन औसतन आठ से दस मरीज आते है।
- जून से अभी तक १९५० मरीज अस्पताल पहुंचे।
- हर माह २५० से ३०० एंटी रैबीज इंजेक्शन के डोज लगाए जाते है।
इन इलाकों में सबसे ज्यादा हमले
- लालबाग रेलवे क्रांसिग से पीजी कॉलेज रोड पर
- मेडिकल कॉलेज का कैम्पस बना हॉट स्पॉट
- पुराना पॉवर हाऊस से छोटा तालाब की सडक़।
- छापाखाना इलाके में कुत्तों के झुंड से दहशत।
- राज टॉकिज, मटन मार्केट, रायल चौक तक।
- ईशा नगर में शाम के बाद सडक़ पर रहता है सन्नाटा।
- नरसिंहपुर नाका से संकट मोचन हनुमान मंदिर तक।
- शिव नगर कालोनी, मते कालोनी से म्यूजियम मार्ग तक।