वर्दी की हमदर्दी को सलाम - युवक ने जहर खाने मांगे पैसे : पुलिस 2 महीने का राशन लेकर पहुंची घर
वर्दी की हमदर्दी को सलाम - युवक ने जहर खाने मांगे पैसे : पुलिस 2 महीने का राशन लेकर पहुंची घर
डिजिटल डेस्क बालाघाट । अब तक हमने लॉकडाउन को तोडऩे वालों पर पुलिस को सख्ती बरतते ही देखा है लेकिन बालाघाट में पुलिस की दरियादिली का एक बड़ा मामला सामने आया जिसमें लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों के पास एक युवक पहुंचा और जहर खाने के लिए पैसे मांगने लगा इसके जबाव में चंद घंटे के अंदर पुलिस उसके घर 2 महीने का राशन लेकर पहुंच गई।
मामला रविवार दोपहर का है जब मोतीनगर चेक प्वांट पर ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों को एक अजीब वाकिये से दो चार होना पड़ा,जसमें अर्जुन बंसकार नाम का एक युवक अपने दो मासूम बच्चो के साथ पुलिस के पास पहुंचा और ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों से जहर की गोली मांगने लगा। पूछने पर अर्जुन 35 वर्ष, ने पुलिस को बताया कि वह लोगो कि शादी ब्याह में बाजा बजाने का काम करता है तथा बालाघाट के गायखुरी इलाके में अपनी पत्नी और तीन मासूम बच्चों के साथ रहता है लॉकडाउन में रोजगार छिन गया और पत्नी की घरों में झाड़ू पोछा करने का काम करती थी वह भी नहीं रहा । वह काम मांगने बाहर निकला तो कोई काम नहीं मिला थक हार कर चौराहे पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों के पास पहुंच गया उनसे कहा कि जहर खाने को पैसे दे दो। युवक की हालत पुलिस कर्मियों को तरस आ गया और उन्होने उसे मदद आश्वासन देकर घर भेजा इसके कुछ घंटो में 2 महीने का राशन लेकर पुलिस घर पहुच गयी।
युवक की हालत देख आया तरस चंदा कर घर पहुंचा दिया दो माह का राशन
मौके पर तैनात उपनिरीक्षक बनवारी लाल उईके ने बताया कि हम चौराहे पर ड्यूटी कर रहे थे तभी यह युवक आया कहने लगा मुझे जहर खाने के लिए पैसे दे दो पहले इसे हमने नगरपालिका से कुछ दिलाने की कोशिश की और जब वहां से अनाज नहीं मिला तो हमने आपस में पैसे इक_ा कर 2 महीने का अनाज दे दिया। आरक्षक मनीष गौर, पंकज कोलारे, वीण मेश्राम, ज्योती और भारती बिसेन ने राशि दी। इस युवक को पुलिस ने सिर्फ घर चलाने के लिए राशन दिया बल्कि जीने के लिए नई उम्मीद भी दी।
मै तो हार गया था पुलिस ने बचा ली जान
भास्कर से चर्चा में अर्जुन बंसकार ने बताया वह नगर के गायखुरी में किराये के मकान में रहता है। उसके पास 3 दिन से घर में अनाज नहीं होने से परेशान था। पहले चावल और नमक खाकर काम चला लिया, लेकिन बाद में वह भी खत्म हो गया था। अर्जुन ने बताया कि मेरे तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं बीवी झाड़ू पोछे का काम करती थी उसका भी काम चला गया मजबूरी में पुलिस के पास जहर की गोली मांगने गया लेकिन उन्होंने मुझे 2 महीने का राशन दे दिया ।
वरिष्ठ अधिकारियों ने भी की स्टाफ की प्रशंसा
बालाघाट के एस.पी. अभिषेक तिवारी और सी.एस.पी. कार्णिक श्रीवास्तव ने भी पुलिस कर्मियों की हमदर्दी के लिये उन्हे बधाई दी है। सी.एस.पी. कार्णिक श्रीवास्तव ने कहा हर बार पुलिस लाठी नहीं उठाती कई बार गिरते हुए को थामने के लिए हाथ भी बढ़ाती है। विदित हो कि वर्दी के साथ हमदर्दी की तस्वीर अब लोगों के बीच सोशल मीडिया पर भी जम कर वायरल हो रही है।