महिला पुलिस कर्मचारी के घर पर 24 घंटे में दो बार हमला
जमीन विवाद महिला पुलिस कर्मचारी के घर पर 24 घंटे में दो बार हमला
डिजिटल डेस्क, भंडारा. जमीन के विवाद में दो युवकों ने मिलकर विद्या नगर निवासी महिला पुलिस नायक के घर पर 24 घंटे में दो बार हमला कर बुजुर्ग ससुर से धक्कामुक्की कर घर के सामने मौजूद टाटा नेक्सान गाड़ी के शीशे फोड़ दिए। युवाओं ने इस घटना को बुधवार की दोपहर 2 बजे तथा गुरुवार की दोपहर 2 बजे अंजाम दिया। महिला ने आरोप लगाया है कि, बदमाशों ने उनके ससुर द्वारा बैंक से निकाली गई 20 हजार रुपए पेंशन भी चुरा ली। 24 घंटे में दो बार हुए हमले के बाद भी हमलावरों पर कोई कार्रवाई नहीं होने से पीड़ित पुलिस नायक तेजस्विनी उमेंद्र कावले (44) ने पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाकर जान जाने के बाद मदद मिलेगी क्या? यह सवाल किया है। हमले की पूरी घटना सीसीटीवी कैमेरे में कैद हुई है।
प्रकरण में भंडारा पुलिस ने भंडारा निवासी अभिषेक राऊत समेत एक अज्ञात युवक पर मामला दर्ज किया है। पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार महिला पुलिस नायक तेजस्विनी कावले के पति उमेंद्र कावले ने 2020 में अभिषेक की मां प्रज्ञा के साथ जमीन की खेती की खरीदी बिक्री का व्यवहार किया था। इस व्यवहार में अभिषेक की मां ने व्यवहार पूर्ण नहीं किया। जिससे यह सौदा अधूरा रहा, लेकिन इस प्रकरण में अभिषेक राऊत द्वारा भी तेजस्विनी कावले के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की थी। बुधवार 9 नवंबर की दोपहर 2 बजे तेजस्विनी, सास-ससुर व पति घर में मौजूद थे। इस दौरान अभिषेक दोपहिया पर अज्ञात युवक के साथ पहुंचा। घर के सामने आकर जोर-जोर से चिल्लाने लगा। दोनों ने घर में घुसकर पोर्च में खड़ी टाटा नेक्सान गाड़ी के शीशे फोड़ दिए।
अभिषेक ने तेजस्विनी से अश्लील गालिगलौच कर जान से मारने की धमकी दी। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हो गई। इसके बाद गुरुवार की दोपहर 2 बजे अभिषेक और उसका साथी फिर से घर में घुस गए। उन्होंने हत्यारों के साथ धमकाकर तोड़फोड़ की। इस प्रकरण में आरोप है कि, अभिषेक और उसके साथी ने मिलकर तेजस्विनी के ससुर की बैंक से निकाली गई 20 हजार रुपए की पेंशन निकाल ली।
इस पूरे प्रकरण में तेजस्विनी उमेंद्र कावले की शिकायत पर भंडारा पुलिस ने दो लोगों पर धारा 294, 452, 427, 506, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। तेजस्विनी मौदा पुलिस थाने में पुलिस नायक पद पर कार्यरत होकर दो बार हुए हमले के बाद परिवार को जानलेवा हमले का खतरा बना है। साथ ही बार-बार धमकी मिल रही है। इसलिए हमलावरों पर कार्रवाई में हो रहे विलंब को लेकर स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए है। आरोपियों को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था।