सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर महिला ने हड़पे 3 लाख, फर्जी ज्वाइनिंग लैटर से हुआ खुलासा
सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर महिला ने हड़पे 3 लाख, फर्जी ज्वाइनिंग लैटर से हुआ खुलासा
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। महिला व बाल विकास विभाग में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर धनवंतरी नगर निवासी सारिका वर्मा नाम की महिला ने दो युवतियों से 3 लाख रुपए हड़प लिए। सारिका ने दोनों युवतियों को फर्जी ज्वाइनिंग लैटर दिया था, जिसे लेकर वे लोग नौकरी ज्वाइन करने के लिए पहुंचीं तो उन्हें फर्जीवाड़े का पता चला। विभाग के अधिकारियों ने संजीवनी नगर थाने में शिकायत दी, जिस पर पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर आरोपी सारिका की तलाश शुरू कर दी है।
संजीवनी नगर थाना प्रभारी संजय भलावी ने बताया कि महिला बाल विकास विभाग से दो प्रकरणों की शिकायत मिली थी, जिसमें दो माह से पर्यवेक्षक पद पर काम कर रही अधारताल निवासी रितु चौबे और दूसरे प्रकरण में मानेगांव रांझी निवासी सुप्रीत कौर ईसीसीई पर्यवेक्षण के पद पर काम कर रहीं थीं। दोनों के आदेश चैक करने पर पता चला कि वे फर्जी हैं। शिकायत जांच पर सुप्रीत कौर के कथन लिए गए, जिसमें उसने बताया कि सारिका वर्मा ने अपने आपको जिला महु में परियोजना अधिकारी होना बताते हुए उसे सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर तीन लाख रुपए लेकर नियुक्ति पत्र दिया है।
TI भलावी के अनुसार सुप्रीत के बयान पर धनवंतरी नगर स्थित सारिका वर्मा के घर पहुंचकर पूछताछ की गई तो उसके माता पिता ने बताया कि 5 वर्ष पूर्व सारिका की शादी इंदौर में हो गई है और वह कभी-कभी मायके आती है। सम्पूर्ण जांच के बाद पुलिस ने सरिका वर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
आज कार में गोली मारी है, 30 लाख न मिले तो तुझे और तेरे बेटों को मार देंगे
आज तेरी कार में गोली मारी है, लेकिन तूने 30 लाख रुपए नहीं दिए तो अगली बार तुझे और तेरे बेटों को जान से खत्म कर देंगे। आइडियल हिल्स में रहने वाले डेयरी व्यवसायी अशोक सिडाना 55 वर्ष के मोबाइल पर बुधवार की रात 11 बजे एक युवक ने इस अंदाज में धमकी दी। अशोक ने अपनी कार चैक की तो उसके पेट्रोल टैंक के पास एक गोली फंसी मिली।
अशोक के अनुसार वे रोज की तरह बुधवार की रात परियट स्थित अपनी डेरी से लौट रहे थे, कार में एसी के साथ डैक भी बज रहा था, कैंट ऑफिसर्स मैस चौराहे पर उन्हें महसूस हुआ कि कार के पिछले हिस्से में कुछ तेजी से टकराया है, लेकिन वे समझे पत्थर होगा और उन्होंने ध्यान नहीं दिया।