पुरस्कार वापस लें, अन्यथा संभाजी ब्रिगेड करेगी विरोध आंदोलन
विधायक को सौंपा ज्ञापन पुरस्कार वापस लें, अन्यथा संभाजी ब्रिगेड करेगी विरोध आंदोलन
डिजिटल डेस्क, रिसोड़. कुछ दिन पूर्व महाराष्ट्र शासन ने अपना सर्वोच्च महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार आप्पासाहेब धर्माधिकारी को घोषित किया । इस पुरस्कार को संभाजी ब्रिगेड समेत अनेक सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने विरोध दर्शाया है । शासन की ओर से दिया जानेवाला यह सर्वोच्च बहुमान केवल जातियता के अंग अनुसार दिए जाने के आरोप के बीच यह पुरस्कार वापस लेने अन्यथा संभाजी ब्रिगेड की ओर से राज्यभर में निषेध आंदोलन किए जाने की चेतावनी संभाजी ब्रिगेड रिसोड तहसील की ओरसे तहसीलाध्यक्ष गोपाल खडसे की पहल से विधायक अमित झनक को एक ज्ञापन सौंपकर दी गई ।विधायक झनक को सौंपे गए ज्ञापन में अवगत कराया गया कि राज्य शासन की ओर से दिया जानेवाला सर्वोच्च महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार इससे पूर्व केवल जातिय अंग से अपात्र अथवा विवादास्पद व्यक्तियों को दिया गया । इससे पूर्व भी संभाजी ब्रिगेड ने इस पुरस्कार का विरोध किया । केवल विशिष्ट समाज को यह पुरस्कार देने और बहुजन समाज में अनेक पात्र व्यक्ति होते हुए भी जातिय भावना से इस पुरस्कार का अपात्र व्यक्ति को वितरण होता है । यह पुरस्कार घोषित होते ही संभाजी ब्रिगेड समेत अनेक संगठनों ने इसे विरोध दर्शाया था, लेकिन शासन ने इस पुरस्कार को लेकर कोई भी पुनर्विचार नहीं किया । इस कारण संभाजी ब्रिगेड की रिसोड़ तहसील कार्यकारणी की ओर से तहसीलाध्यक्ष गोपाल पाटिल खडसे की पहल से विधायक अमित झनक से भेंट कर उन्हें अपनी मांग का ज्ञापन सौंपा गया । ज्ञापन सौंपते समय संभाजी ब्रिगेड के रिसोड़ विधानसभा अध्यक्ष अर्जुन खरात, जिला सहसंगठक राधेश्याम शिरसाट, तहसील कार्याध्यक्ष अमोल मगर, तहसील संगठक विजय झुंजारे, सह संगठक शेख नासिर शेख हमीद, जिला प्रवक्ता तथा प्रसिद्धी प्रमुख गजानन खंदारे आदि उपस्थित थे । इसे लेकर सभागृह में आवाज़ उठाने की मांग भी की गई ।