सहयोग से ही सुरक्षा, मास्क पहनें, धोते रहें हाथ, रखें दो गज की दूरी "अनुकूल व्यवहार परिवर्तन सघन अभियान"

सहयोग से ही सुरक्षा, मास्क पहनें, धोते रहें हाथ, रखें दो गज की दूरी "अनुकूल व्यवहार परिवर्तन सघन अभियान"

Bhaskar Hindi
Update: 2020-10-16 09:50 GMT
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डिजिटल डेस्क, देवास। कलेक्टर श्री चंद्रमौली शुक्ला के मार्गदर्शन में देवास जिले में विभिन्न विभागों के सहयोग से दिनांक 07 अक्टूबर से 30 नवम्बर 2020 तक कोविड-19 "अनुकूल व्यवहार परिवर्तन सघन अभियान" चलाया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम पी शर्मा ने बताया कि अनुकूल व्यवहार परिवर्तन सघन अभियान "सावधानी में ही सुरक्षा है," कोरोना से बचने के लिए है जरूरी, मास्क पहनें, धोते रहें हाथ या हाथों को सेनेटाइज करे, दो गज की दूरी रखें। सीएमएचओ डॉ शर्मा ने बताया कि कोविड-19 संकमण के प्रकरण लगातार पाये जा रहे है। कोरोना वायरस संकमण के खतरे के बीच त्योहार इत्यादि आने के कारण लोगों में मिलना-जुलना और एकत्रित होना आरंभ हो गया है। शीत ऋतु भी आने को है जिसके कारण वातावरण का तापमान कम हो जाता है और वह वायरस प्रसार के लिए उपयुक्त होता है। ऐसे में व्यवहार परिवर्तन की आवश्यकता को देखते हुए प्रदेश के अन्य जिलों के साथ-साथ देवास जिले में भी विभिन्न विभागों के सहयोग से 30 नवम्बर 2020 तक कोविड-19 "अनुकूल व्यवहार परिवर्तन सघन अभियान" चलाया जायेगा। कोरोना संक्रमण रोकने के लिये निम्न अनुकूल व्यवहार करे- दूर से अभिवादन करें ना किसी से हाथ मिलाए ना गले मिले। आपस में 2 गज की दूरी जरूर रखे। घर से बाहर निकलने पर हमेशा मास्क पहनें। बार-बार अपनी आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें। खाँसते और छींकते समय अपने मुंह तथा नाक को ढंक कर रखे, श्वसन संबंधी शिष्टाचार का पालन करें। बार-बार साबुन तथा पानी अथवा अल्कोहल युक्त सेनिटाईजर से हाथों को धोएं। सार्वजनिक स्थानों पर ना थूके, तंबाकू गुटका खैनी पान आदि खाकर यहां-वहां तथा सार्वजनिक स्थानों पर ना थूकें। बार-बार छुए जाने वाली सतहों को नियमित रूप से विसंक्रमित करें। अनावश्यक यात्रा से बचे। कोरोना को लेकर किसी से भेदभाव ना करें। अनावश्यक भीड़ भाड़ इकट्ठा ना होने दें तथा भीड़-भाड़ वाली जगह जाने से बचे। अफवाहों पर ध्यान ना दें और सोशल मीडिया पर किसी भी अपुष्ट जानकारी को प्रसारित ना करें। सूचना के भरोसेमंद स्त्रोतों से ही जानकारी लें। आपस में सभी एक दूसरे को मनोवैज्ञानिक रूप से सहयोग प्रदान करे।

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