जंगली हाथियों ने अनेक गांवों में उजाड़ीं फसलें
भंडारा जंगली हाथियों ने अनेक गांवों में उजाड़ीं फसलें
डिजिटल डेस्क, लाखनी (भंडारा). स्थानीय वन परिक्षेत्र अधिकारी कार्यालय अंतर्गत वन रक्षक बीट बरडकिन्ही व रामपुरी के अधीनस्थ अनेक गांवों के धान के ढेर, गन्ना फसल व तुअर फसल का हाथियों के झुंड ने नुकसान पहुंचाया है। मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव) महीप गुप्ता ने शनिवार 3 को नुकसानग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर वन अधिकारियों से चर्चा की। इसी के साथ उन्होंने हाथियों के झुंड का लोकेशन तलाशने व पश्चिम बंगाल से आई टीम से आगे की योजना के बारे में चर्चा की। गौरतलब है कि सप्ताह भर से 23 की संख्या में आए हाथियों के झुंड ने लाखनी व साकोली वन परिक्षेत्र की सीमा क्षेत्र का वनरक्षक बीट रामपुरी व बरडकिन्ही के रेंगेपार/कोहली, चिचटोला, शिवणी, रामपुरी, नान्होरी, गडपेंढरी तथा अड्याल वन परिक्षेत्र अंतर्गत पेंढरी, चान्ना, धानला के वन क्षेत्र से सटकर होनेवाले खेत जमीन के धान के ढेर, मलनी किए धान के बोरे, गन्ना की फसल, गन्ना बीज निर्माण तथा तुअर फसल का बड़े पैमाने पर नुकसान किया है। जीवितहानि एवं फसल का नुकसान को बचाने के लिए वन अधिकारी व कर्मचारी प्रयासरत हैं। हाथियों के झुंड का लोकेशन पाए जानेवाले वनक्षेत्र में जलाऊ लकड़ियां लाने अथवा अन्य चीज ले जाने के लिए जंगल न जाने और हाथियों को देखने के लिए भीड़ इकट्ठा नहीं करने करने की सूचना ग्रामीणों को दी जा रही है। वन विभाग द्वारा किए उपाययोजना व नुकसान की जांच करने के लिए शनिवार 3 दिसंबर को प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव) महिप गुप्ता, उपसंचालक नवेगाव- नागझिरा जेफ, भंडारा के उपवन संरक्षक राहुल गवई, गोंदिया के उपवन संरक्षक कुलराज सिंग, साकोली के सहाय्यक वनसंरक्षक आर.पी. राठोड, वन्यजीव सहायक वन संरक्षक पाटील, वन परिक्षेत्र अधिकारी सूरज गोखले, शेखर मेंढे, क्षेत्र सहाय्यक जे.एन. बघेले एवं वन कर्मचारियों के साथ नुकसानग्रस्त क्षेत्र की जांच की तथा पश्चिम बंगाल से आयी टीम के साथ उपाय के संबंध में चर्चा की।
तुअर का किया नुकसान
शनिवार रात के समय रामपुरी वन क्षेत्र से सटे नान्होरी खेत परिसर के अजय मेश्राम के खेती के तुअर फसल का नुकसान किया है। वन कर्मचारियों ने नुकसान का पंचनामा किया है।