56 घटें चली विधानसभा की कार्यवाही में 243 सदस्यों ने रखी अपनी बात
लखनऊ 56 घटें चली विधानसभा की कार्यवाही में 243 सदस्यों ने रखी अपनी बात
डिजिटल डेस्क,लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के पहले सत्र की कार्यवाही बगैर व्यवधान के 55 घंटे 57 मिनट तक चली और इसमें 243 सदस्यों को अपनी बात सदन के पटल पर रखने का मौका दिया गया। विधान सभा में कार्यवाही पहली बार लगभग पेपरलेस रूप से संचालित हुई।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बुधवार को यहां पत्रकारों को बताया कि सत्र में ई-विधान की व्यवस्था प्रारम्भ की गयी और आश्चर्यजनक रूप से लगभग सभी सदस्यों ने नई तकनीक का उपयोग किया एवं ई-विधान के माध्यम से ही विधान सभा में अपनी कार्यवाही सम्पादित की।
इस सत्र में छह महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए। सत्र में आठ उपवेशन हुए। सदन की कार्यवाही 55 घण्टे 57 मिनट चली। 18वीं विधान सभा के प्रथम सत्र में सबसे अच्छी बात यह रही कि इसमें सदन बाधित नहीं हुआ। आठ दिन के उपवेशन में तीन अल्पसूचित प्रश्न, 439 तारांकित प्रश्न और 1524 अतारांकित प्रश्न प्राप्त हुए। जितने भी तारांकित प्रश्न प्रतिदिन लगाए गए थे, वह लगभग सभी ले लिये गये, जो कि अपने आप में एक रिकार्ड है। पिछली कई विधानसभाओं में 5-6 से ज्यादा प्रश्न नहीं लिये जा पाते थे। इसी प्रकार नियम-51 एवं नियम-301 की सूचनाओं की संख्या भी इस सदन में बढ़ी है।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि संसदीय कार्यमंत्री समेत सत्ता पक्ष के कुल 76 और प्रतिपक्ष से 49 सदस्य यानी कुल 125 सदस्यों ने अपने विचार प्रकट किये। इसी प्रकार राज्यपाल अभिभाषण पर सत्ता पक्ष के कुल 68 सदस्यों एवं प्रतिपक्ष से 50 सदस्यों ने यानी कुल 118 सदस्यों ने अपने विचार प्रकट किये। बजट भाषण पर सत्ता पक्ष की ओर से कुल 07 घंटा 41 मिनट एवं विपक्ष की ओर से कुल 06 घंटा 07 मिनट चर्चा की गई। इस प्रकार 243 सदस्यों द्वारा सदन को सम्बोधित किया गया, जो कि अपने आप में एक रिकार्ड है।