स्कूल-आंगनबाडिय़ों में नहीं पहुंचा सके पानी, बारिश के बाद नए सिरे से होंगे टेंडर
छिंदवाड़ा स्कूल-आंगनबाडिय़ों में नहीं पहुंचा सके पानी, बारिश के बाद नए सिरे से होंगे टेंडर
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। शुद्ध पेयजल से वंचित जिले की स्कूल व आंगनबाडिय़ों में ठेकेदारों की लापरवाही से इस साल भी पानी नहीं पहुंच पाया है। ३० जून तक दिए अंतिम अल्टीमेटम के बाद पीएचई विभाग चिन्हित ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने का मन बना चुका है। बारिश के बाद इन टेंडरों को निरस्त कर नए सिरे से टेंडर की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
जानकारी अनुसार जिले के २ हजार ३३८ स्कूल व १ हजार ५६८ आंगनबाडिय़ों में अब तक शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है। पीएचई विभाग को यहां शुद्ध पेयजल व्यवस्था बनाने जिम्मेदारी दी गई है। इन शैक्षणिक संस्थानों के किचन व टॉयलेट में नल कनेक्शन देने के साथ शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए टेंडर जारी हुए ६ माह से ज्यादा का समय बीत चुका है। ठेकेदारों पर पकड़ नहीं होने के कारण अब तक निर्माण कार्य ५० फीसदी भी पूरा नहीं हो सका। कहीं विद्युत कनेक्शन नहीं मिल पाया, तो कहीं मोटर नहीं लगी। कुछ स्थानों पर टंकी में कनेक्शन नहीं जुड़े, पानी के लिए बनाए गए प्लेट फार्म भी अधूरे पड़े हैं। अधूरे निर्माण कार्यों को चिन्हित कर पीएचई ने ठेकेदारों को ३० जून तक अंतिम मौका दिया है। इसके बाद इन ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने का प्रस्ताव भेजा जाएगा। ब्लैक लिस्ट होने के बाद टेंडर निरस्त कर नए सिरे से टेंडर जारी करने की प्रक्रिया शुरु होगी।
यह बनानी है व्यवस्था
- किचन व टॉयलेट तक नल कनेक्शन देना व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करना।
- पानी के स्टोरेज के लिए छत पर टंकी लगाना।
- जहां हैंडपम्प से व्यवस्था बनेगी वहां पानी की मोटर भी लगानी है।
- नल का कनेक्शन बेसिन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी है।
इन संस्थाओं में नहीं हैं पानी की व्यवस्था
डिविजन स्कूल आंगनबाड़ी
छिंदवाड़ा १,०७४ ६८८
परासिया १,२६४ ६७८
(नोट: पीएचई विभाग से मिले आंकड़े के अनुसार)
इनका कहना है
‘नए शिक्षा सत्र तक इन शैक्षणिक संस्थानों में पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। निर्माण कार्यों की समीक्षा की जा रही है। जरूरत पड़ी तो कठोर कदम भी उठाए जाएंगे।’
मनोज बघेल, ईई छिंदवाड़ा