पुणे से दिल्ली जा रही यात्रा का बुलढाणा में किया स्वागत
मुक्ति संदेश ज्योति यात्रा पुणे से दिल्ली जा रही यात्रा का बुलढाणा में किया स्वागत
डिजिटल डेस्क, बुलढाणा. वर्तमान स्थिति में कम्प्युटर प्रणाली सब के सर चढ़कर बोल रही है। किंतु इस स्थिति में भी समाज सुधारकों ने दिए हुए विचार जीवित रखने का कार्य हम सबका है। स्त्री मुक्ति के बारे में पंडिता रमाबाई ने किया हुआ अतुलनीय कार्य जाति, धर्म से उपर है। पंडिता रमाबाई के उन विचारों की ज्योति प्रज्वलित रखने की जिम्मेदारी हर व्यक्ति की है, ऐसा प्रतिपादन वरिष्ठ समाज सेविका प्रा. शाहिना पठाण इन्होंने किया। पंडिता रमाबाई का २०२२ यह स्मृति वर्ष है।
इसी के चलते विजन इंडिया के अमित आयरन व उनके सहयोगियों ने रमाबाई की कर्मभूमि केडगांव पुणे से दिल्ली तक की ‘मुक्ति संदेश ज्योति यात्रा’ निकाली है। इस ज्योति यात्रा का आगमन २८ अगस्त के दिन बुलढाणा शहर में हुआ था। इस समय स्थानीय क्रिश्चन समन्वय समिति व्दारा सतीष मेहेंद्रे के मार्गदर्शन में शहर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। इस समय सहकार विद्या मंदिर के पास ‘मुक्ति संदेश ज्योति यात्रा’ का स्वागत कर वहां से शहर के प्रमुख मार्ग से दुपहिया रैली निकाली गई थी। स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव पर किश्चन धर्मगुरू व्ही. पलघामोल, एस. धनवजीर, आर. सोनवाणी, सोनारे, इंगले, एच. डोंगरदवे इन्होंने शहीद स्मारक को पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को अभिवादन किया। इस समय प्रा.शाहिना पठाण, डॉ.विजया काकडे इन्होंने मार्गदर्शन किया।
कार्यक्रम के लिए जगदीश शिंदे, दीपक चंद्रशेखर, रोहित गायकवाड, किरण नाडे, सुहास जयराम, अनिल आगलावे, रोबीन खंडारे, रोहित आठवले, निशाताई कग्बेल, सुप्रिया धनवजीर, रुध डोंगरदिवे, नीलिमा चंद्रशेखर, सुलभा इंगले, रुथ दांडगे, मधुबाला सालवे, सुधा मेहेंद्रे, सागर इंगले, जिऑन आगलावे, मनीषा शिंदे, माधुरी शिंदे, भावना डोंगरदिवे, अर्चना नाडे, विशाल डोंगरदिवे, सुशीला रायराम, मनीषा नाडे, शालिनी गायकवाड, प्रीती आगलावे, अर्चना शिंदे, सुवर्णा शिदे, सतीश नाटेकर, नाटेकर, संदीप शिंदे, क्षीतिज मेहेंद्रे, स्तवन साबले, अमित नाडे, संतोष शिंदे, संजय शिंदे, रौनक पलघामोल, प्रशांत नाडे, फिलिप डोंगरदिवे, संदेश शिंदे, आशीष सोनवणे, अनिल शिंदे, शारोन चंद्रशेखर, एलिना गायकवाड, शुभांगी निकालजे, ग्रेसीकुमार, ममता सोनवणे, विशाल खरात, अनोज साबले, सनी शिंदे, स्टोफन धनवजीर, विशाल पलघामोल आदि ने प्रयास किए।