बोर्ड परीक्षा के नाम पर छात्रों से वसूली करने वाले तीन शिक्षकों को कारावास

बोर्ड परीक्षा के नाम पर छात्रों से वसूली करने वाले तीन शिक्षकों को कारावास

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-12 13:00 GMT
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डिजिटल डेस्क, बालाघाट। 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा के स्वाध्यायी छात्रों से फार्म भरवाकर पास कराने के नाम पर परीक्षार्थियों से वसूली करने वाले तीन शिक्षकों कीरतसिंह बरकड़े, सिंगरामसिंह और वीरनलाल मरावी को बालाघाट न्यायालय के माननीय प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेश शर्मा की अदालत ने एक-एक वर्ष का कारावास और एक-एक हजार रूपये के अर्थदंड से दंडित करने का आदेश दिया है। मामले में अभियोजन की ओर से सहायक जिला अभियोजन अधिकारी शिवाजीसिंह भदौरिया ने पैरवी की थी। गौरतलब है कि एक ओर जहां सरकार बच्चों को शिक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है वहीं सरकारी शिक्षक ही इस तरह वसूली करके पढ़ाई के इच्छु़क बच्चों के उत्साह पर पानी फेर रहे हैं । चांगोटोला पुलिस ने आरोपी शिक्षकों के खिलाफ 406, 418 एवं 34 के तहत अपराध पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया था।  

2013 में चांगोटोला थाना में शिकायत की थी

सहायक जिला अभियोजन अधिकारी एवं मीडिया प्रभारी अखिल कुमार कुशराम ने बताया कि सिवनी के गोरखपुर निवासी 22 वर्षीय जितेन्द्र गौतम सहित अन्य 10 विद्यार्थियो ने 28 फरवरी 2013 में चांगोटोला थाना में शिकायत की थी कि अतिथि शिक्षक सिंगराम कुड़ापे द्वारा 10 वीं एवं 12 वीं के विद्यार्थियों से स्वाध्यायी परीक्षा फार्म भरवाकर और पास कराने की बात कहकर उनसे धनराशि वसूल की है। जिसकी जांच में चांगोटोला पुलिस को पता चला था कि चांगोटोला के शिक्षक सिंगराम कुड़ापे, वीरनसिह मरावी और तीरथसिंह वरकड़े द्वारा 10 वीं एवं 12 वीं के छात्रों से स्वाध्यायी परीक्षा फार्म के नाम पर छलपूर्वक धनराशि ली गई है। 

मामला हुआ था पंजीबद्ध

चांगोटोला पुलिस ने आरोपी शिक्षकों के खिलाफ 406, 418 एवं 34 के तहत अपराध पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया था। जिसमें विवेचना उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में पेश किया था। जिसमें विचारण उपरांत माननीय न्यायालय द्वारा आरोपी शिक्षकों को दोषी पाते हुए एक-एक वर्ष के सश्रम कारावास और एक-एक हजार रूपये के अर्थदंड से दंडित करने का आदेश दिया है।

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