बारिश से भीग गई उपार्जन केन्द्रों में रखी हजारों क्विंटल धान

सिवनी बारिश से भीग गई उपार्जन केन्द्रों में रखी हजारों क्विंटल धान

Bhaskar Hindi
Update: 2022-01-10 08:58 GMT
बारिश से भीग गई उपार्जन केन्द्रों में रखी हजारों क्विंटल धान

डिजिटल डेस्क  सिवनी  । जिसका डर था आखिर वही हुआ। जिले के 121 उपार्जन केन्द्रों में खुले में रखी हजारों क्विंटल धान बारिश से भीग गई। मौसम विभाग द्वारा चार-पांच दिन पहले ही बारिश होने की आशंका जाहिर किए जाने के बावजूद अफसर व समिति प्रबंधक हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। शनिवार देर शाम बारिश का क्रम शुरू होते ही सारी बदइंतजामी सामने आ गई। रविवार को भी झमाझम जारी रही और कई केन्द्रों में जहां लबालब पानी भर गया, वहीं धान पानी में बहती भी नजर आई। दर्जनों उपार्जन केन्द्रों में हजारों क्विंटल धान बारिश में भीगने की जानकारी सामने आई है। इन केन्द्रों में उपार्जित धान तो भीग ही गई, वहीं किसानों द्वारा तुलाई के लिए लाई गई धान भी गीली हो गई। नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी रविवार देर शाम तक पानी से भीगी धान का आंकड़ा नहीं जुटा पाए थे। वे सिर्फ यह कहते रहे कि जानकारी एकत्र की जा रही है। वहीं दूसरी ओर उन किसानों में भारी मायूसी छाई हुई है जो खरीदी केन्द्रों में अपनी धान लेकर पहुंच गए थे, लेकिन उनकी धान की तुलाई कराने की बजाय खुले में ढेर लगवा दिया गया था। ऐसे किसानों में भारी निराशा है।  
खुले में थी 1 लाख मीट्रिक टन धान  
शनिवार व रविवार को बारिश होने के पहले उपार्जन केन्द्रों में 1 लाख 2 हजार 9 सौ 71 मीट्रिक टन धान खुले में थी। कई केन्द्रों में परिवहन न होने के कारण स्टेक बनाकर तिरपाल ढांककर रखा गया था, ताकि बारिश से धान को बचाया जा सके, लेकिन अधिकतर केन्द्रों में भारी मात्रा में धान खुले में ही रखी हुई थी। इस धान पर पानी कहर बनकर बरपा और हजारों क्विंटल धान भीग गई। खरीदी से जुड़े विभागों के अफसर व खरीदी प्रबंधक शनिवार तक बेफिक्र बने हुए थे। शनिवार को दिन में ठण्डी हवाएं चलना शुरू हुई और बादल छाए तब खरीदी प्रबंधक व खरीदी प्रभारी हरकत में आए, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
इन केन्द्रों में दिखी बदइंतजामी
बारिश के पानी में कई केन्द्रों में धान बहती व तैरती नजर आई। लगातार निर्देशों के बावजूद खरीदी केन्द्रों के प्रबंधकों द्वारा बारिश से धान को बचाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए। बरघाट कृषि उपज मंडी परिसर स्थित खरीदी केन्द्र, घंसौर खरीदी केन्द्र, छुई, कान्हीवाड़ा, भोमा, आमागढ़, केवलारी के परासपानी, बागडोंगरी, ढुटेरा सहित दर्जनों केन्द्रों में अव्यवस्था सामने आ गई। खरीदी प्रबंधकों की लापरवाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ेगा। कलेक्टर ने एक दिन पहले ही बरघाट क्षेत्र के खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण कर बारिश से बचाने के पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन कोई इंतजाम नहीं किए गए।    
विधायक ने लगाई फटकार
बारिश से उपार्जन केन्द्रों में धान भीगने की जानकारी मिलते ही बरघाट विधायक अर्जुन सिंह काकोडिय़ा ने क्षेत्र के खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण किया। वृहताकार सेवा समिति के दोनों केंद्रों कृषि उपज मंडी परिसर व वार्ड क्रमांक 1 मुड़ापार बर्रा में धान भरे बोरे पानी में डूबे देख उन्होंने समिति प्रबंधक जागेश्वर सूर्यवंशी को जमकर फटकार लगाई। केन्द्रों में धान ढंकने के लिए पर्याप्त तिरपाल आदि के इंतजाम तक नहीं किए गए थे।

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