नेत्र बाधित दुल्हन और बोलने में असमर्थ दूल्हे ने लिए सात फेरे
दिव्यांग जोड़े की शादी में शामिल हुआ पूरा नगर नेत्र बाधित दुल्हन और बोलने में असमर्थ दूल्हे ने लिए सात फेरे
डिजिटल डेस्क,अनूपपुर। जोडिय़ां आसमान में ही बनती हैं, यह उस समय साबित हो गई जब दृष्टि बाधित युवती और बोलने में असमर्थ (मूक) युवक ने अग्नि के सात फेरे लिए। कोतमा नगर के रामसुहावन गुप्ता की नेत्रहीन दिव्यांग पुत्री रानी की शादी बोलने में असमर्थ बीड़ निवासी राजू गुप्ता के साथ संपन्न हुआ। 12 जून को कोतमा में यह अनोखी शादी देखने को मिली। वार्ड क्रमांक 7 बनियाटोला निवासी होटल व्यवसायी रामसुहावन गुप्ता की पुत्री रानी दोनों आंखों से देख नहीं सकती है। उन्होंने बताया कि 5 वर्ष पूर्व अनूपपुर जिले के बीड गांव निवासी मूक लड़के के बारे में जानकारी होने पर पुत्री का रिश्ता करने की बात की। लेकिन उस समय बात नहीं बनी। एक माह पहले लड़के वालों ने फोन कर शादी करने की बात कही। तब राजी हो गया। खाना बना लेती है रानी- पिता ने बताया कि पुत्री जन्म से ही दोनों आंखों से नहीं देख सकती थी। लेकिन वह पूरे घर का काम यहां तक की खाना भी वह बना लेती है। आसपास के लोगों एवं रिश्तेदारों को आवाज से पहचान जाती है। शादी तो मैंने कर दी है, अब ईश्वर का ही सहारा है कि इन दोनों जोडिय़ों को सलामत रखें। दामाद बोल नहीं सकता, लेकिन सारे काम कर लेता है। वह मिठाई बनाने का कारीगर है और अपना परिवार का जीवन यापन करेगा। बारातियों का सभी ने किया स्वागत- बारात जैसे ही दरवाजे पर पहुंची लोगों ने बारातियों का जमकर स्वागत किया। उसके बाद मंच पर वरमाला का कार्यक्रम शुरू हुआ। मंच से नीचे उतर कर दूल्हे ने लड़की का हाथ पकड़ कर मंच के ऊपर लेकर आया और दोनों ने एक दूसरे के गले में वरमाला पहनाई और जीवन भर साथ रहने की कसमें खाई। दिव्यांग नव विवाहित जोड़े को आशीर्वाद देने नगर के समाजसेवी, व्यापारी, नागरिक, जनप्रतिनिधि एवं महिलाएं पहुंची और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।