१२ से १४ वर्ष के दस हजार बच्चों ने नहीं ली डोज
सिवनी १२ से १४ वर्ष के दस हजार बच्चों ने नहीं ली डोज
डिजिटल डेस्क, सिवनी । एक बार फि र कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। कोरोना से बचाव के लिए १२ से १४ वर्ष के बच्चों को भी वैक्सीन लगाई जा रही है। मार्च माह में पहली डोज लगाने के बाद अब दूसरी डोज लगाने का सिलसिला शुरु हो गया है, लेकिन स्कूल लगभग बंद होने, गर्मी और दूसरे कारणों से बच्चे दूसरी डोज में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।
दस हजार ने नहीं लगवाई पहली डोज
जिले में इन दिनों 12 से 14 वर्ष के बच्चों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने का काम शुरु हो चुका है, लेकिन पहली डोज लगाने में भी अभी विभाग लक्ष्य से काफी पीछे है। प्रतिशत के हिसाब से देखें तो 82 फीसदी से अधिक बच्चों ने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ले ली है, लेकिन संख्या के हिसाब से अभी दस हजार से अधिक बच्चों को वैक्सीनेट किया जाना बाकी है।
कहां कितनों को डोज
जिले की बात करें तो १२ से १४ वर्ष के वैक्सीनेशन के लिए ५५८३३ बच्चों को वैक्सीनेट किए जाने का लक्ष्य था लेकिन अभी कुल ४५८७४ बच्चों को ही वैक्सीन की पहली डोज लग सकी है। बरघाट में कुल लक्ष्य ७०८० के मुकाबले ५००३ बच्चों को, छपारा में लक्ष्य ४६६० के मुकाबले ५६५७को , धनौरा में ३५४१ के मुकाबले ३६८३ को, घंसौर में लक्ष्य ५९६२ के मुकाबले ४०४५ बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई है। जिले के अन्य विकास खंडों की बात करें तो गोपालगंज सीएचसी १०६७५ के मुकाबले मात्र ७३९९ बच्चों को, केवलारी में ६४५० बच्चों के मुकाबले मात्र ४८६० को वैक्सीन लगाई गई है। इसी प्रकार कुरई में ४३५० बच्चों के लक्ष्य के मुकाबले ३१५५ बच्चों को, लखनादौन में ८९२५ बच्चों के लक्ष्य के मुकाबले ८४०२ और सिवनी में ४१९० बच्चों के लक्ष्य के मुकाबले ३६७० बच्चों को वैक्सीन लगाई गई है।
स्कूलों में कम उपस्थिति बनी बाधक
इन दिनों स्कूलों में परीक्षाएं समाप्त हो चुकी हैं। इसके साथ ही शादी विवाह का मौसम भी शुरु हो चुका है। ऐसे में स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम हो गई है। मार्च माह में बच्चों को पहली डोज लगाई गई थी। बुधवार से इन्हें दूसरी डोज लगनी भी शुरू हो गई है। कम टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग स्कूल शिक्षा विभाग को जिम्मेदार ठहरा रहा है। स्कूलों और अस्पतालों में दूसरी डोज लगाई जा रही है। इसके लिए दो दिन पहले ही स्कूलों को चिन्हित कर लिया जाता है। इसके बाद वहां पर पंजीकृत बच्चों को टीकाकरण के लिए बुलाने की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की होती है। आनलाइन बुकिंग के साथ ही मौके पर पहुंचकर भी टीका लगवाया जा सकता है। इस उम्र वर्ग वालों को टीका लगाया जा रहा है। इन्हें कार्बेवैक्स वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई थी। दूसरी डोज भी इसी की लग रही है।
कहीं भी लगवा सकते हैं वैक्सीन
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ लोकेश चौहान ने बताया कि कोई जरूरी नहीं कि जिस स्कूल में बच्चा पढ़ाई कर रहा है वहीं दूसरी डोज लगवाएं। आसपास के किसी भी अस्पताल या स्कूल जहां टीकाकरण हो रहा है वहां टीका लगवा सकते हैं।