Seoni News: घूरवाड़ा में 4 दिन में एक बार नसीब हो रहा पानी, तरस रहे लोग
- सालों से पानी की समस्या से जूझ रहा 14 सौ की आबादी का गांव, विधायक भी नहीं दे रहे ध्यान
- पानी की समस्या को लेकर ग्राम पंचायत के जिम्मेदार अपनी ओर से हरसंभव प्रयास करने की बात कह रहे हैं।
- पांच-पांच सौ फीट के बोर भी फेल हो रहे हैं।
Seoni News: लखनादौन क्षेत्र की घूरवाड़ा ग्राम पंचायत के लोग पानी की समस्या से सालों से जूझ रहे हैं। यहां ग्राम पंचायत द्वारा संचालित नल-जल योजना से चार-चार दिन में एक बार घूरवाड़ा के लोगों को पानी नसीब हो रहा है।
आलम यह है कि घूरवाड़ावासी गांव के बाहर स्थित कुएं व हाइवे पर ढाबा के पास स्थित हैण्डपंप से पानी लाने के लिए मजबूर हैं। पानी की समस्या को लेकर ग्राम पंचायत के जिम्मेदार अपनी ओर से हरसंभव प्रयास करने की बात कह रहे हैं।
उनके द्वारा ड्राई क्षेत्र होने का हवाला दिया जा रहा है। घूरवाड़ा लखनादौन विधायक योगेन्द्र सिंह बाबा का गांव होने के साथ ही उनका आवास भी यहीं स्थित है। बाबा लगातार तीसरी बार लखनादौन विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं, लेकिन उनके गांव में ही पानी सहित अन्य समस्याओं से ग्रामीण जूझ रहे हैं। इस संबंध में प्रयास के बावजूद विधायक योगेन्द्र सिंह बाबा से संपर्क नहीं हो पाया।
साढ़े तीन सौ परिवार निवासरत
जानकारी के अनुसार लगभग 1450 लोगों की आबादी वाले घूरवाड़ा ग्राम में लगभग साढ़े तीन सौ परिवार निवासरत हैं। ग्राम वासी सालों से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। ग्राम पंचायत द्वारा यहां बनवाई गई पानी की टंकी से की जाने वाली आपूर्ति में लगातार व्यवधान आते रहते हैं। ग्राम पंचायत द्वारा डेढ़ किमी दूर स्थित धपारा जलाशय क्षेत्र में स्थित कुएं से पंपिंग कर गांव की टंकी को भरा जाता है।
कुएं में लगी मोटर के बार-बार खराब होने व जलने की समस्या के चलते लगभग चार माह पहले ग्राम पंचायत द्वारा 15 एचपी की नई मोटर लगवाई गई है। पिछले साल कुएं को गहरा भी करवाया गया था, लेकिन इसका भी कोई खास असर पानी की सप्लाई पर नहीं पड़ा। गांव के लोगों से संपर्क करने पर बताया गया कि आठ-आठ दिन में एक बार नल-जल योजना का पानी आ रहा है। नल में पानी आता भी है तो कुछ मिनट के लिए ही आता है।
हालांकि ग्राम पंचायत के सहायक सचिव देवेन्द्र गोल्हानी से मोबाइल पर संपर्क किए जाने पर उनका कहना था कि घूरवाड़ा के एक हिस्से के निवासियों को चार दिन में तथा दूसरे हिस्से के निवासियों को तीन दिन में नल-जल योजना का पानी दिया जा रहा है। उनका कहना था कि गांव में पानी की भारी कमी है। पांच-पांच सौ फीट के बोर भी फेल हो रहे हैं। डेढ़ किमी दूर स्थित कुएं से पानी की पंपिंग कर गांव में स्थित टंकी को भरा जा रहा है।