महिला चिकित्सक की आत्महत्या मामले में आईएमए का कड़ा विरोध, न्याय की लगाई गुहार
बंद रखीं ओपीडी, सौंपा ज्ञापन महिला चिकित्सक की आत्महत्या मामले में आईएमए का कड़ा विरोध, न्याय की लगाई गुहार
डिजिटल डेस्क बालाघाट। राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट में स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. अर्चना शर्मा द्वारा आत्महत्या करने के मामले पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कड़ा फैसला लेते हुए शनिवार को सुबह 8 से शाम 6 बजे तक शहरभर में ओपीडी सेवाएं बंद रखीं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, बालाघाट ब्रांच से जुड़े सभी डॉक्टरों ने घटना की निंदा करते हुए इसे मानवता की हत्या बताया। चिकित्सकों ने कलेक्ट्रेट में अपर कलेक्टर शिवगोविंद मरकाम और सीएसपी अपूर्व भलावी को ज्ञापन सौंपकर ऐसी घटनाओं को रोकने की मांग रखी तथा इलाज के दौरान मरीज की मृत्यु होने पर बगैर उचित जांच के चिकित्सक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई न करने की मांग की गई। गौरतलब है कि 29 मार्च को राजस्थान के लालसोट में महिला चिकित्सक डॉ. अर्चना शर्मा द्वारा प्रसव कराने के दौरान अत्यधिक रक्तस्त्राव होने से एक गर्भवती महिला की मृत्यु हो गई थी। राजनीतिक दबाव के कारण डॉ. अर्चना शर्मा को इस मौत का जिम्मेदार मानते हुए पुलिस ने डॉक्टर पर हत्या का केस दर्ज किया था, जिससे आहत होकर डॉ. अर्चना ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। चिकित्सकों ने मांग रखी कि डॉ. अर्चना शर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने और मानसिक रूप से प्रताडि़त करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान आईएमए बालाघाट की अध्यक्ष डॉ. अर्चना शुक्ला, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. बीएम शरणागत, डॉ. सीएस चतुरमोहता, डॉ. प्रवीण ज्योतिषी, डॉ. वेदप्रकाश लिल्हारे, डॉ. संजय धबडग़ांवकर, डॉ. सिद्धार्थ दुबे सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।