राज्य स्तरीय कोविड कंट्रोल रुम बना मरीजों के लिए जीवनरक्षक हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने वालों को 30 मिनट में मिल रही है चिकित्सकीय सुविधाएं
राज्य स्तरीय कोविड कंट्रोल रुम बना मरीजों के लिए जीवनरक्षक हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने वालों को 30 मिनट में मिल रही है चिकित्सकीय सुविधाएं
डिजिटल डेस्क, जयपुर। राज्य स्तरीय कोविड19 कंट्रोल रुम बना मरीजों के लिए जीवनरक्षक 181 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने वालों को 30 मिनट में मिल रही है चिकित्सकीय सुविधाएं शासन सचिवालय में 24 घंटे संचालित होने वाला राज्य स्तरीय कोरोना वॉर रुम कोरोना संक्रमितों को सभी प्रकार की चिकित्सकीय सुविधा महज 30 मिनट में उपलब्ध करा रहा है। कंट्रोल रुम के हेल्पलाइन नंबर 181 पर कॉल करके अब तक 3 हजार 700 से अधिक मरीज चिकित्सकीय परामर्श, बैड की उपलब्धता व एम्बूलेंस की सुविधाएं प्राप्त कर चुके है। चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के निर्देश पर जल्द से जल्द संक्रमित मरीजों को सभी प्रकार चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के उददेश्य से सितंबर माह में राज्य स्तरीय कोविड-19 कंट्रोल रुम को प्रारंभ किया गया था। उसके बाद से लगातार इस कंट्रोल रुम के जरिए 24 घंटे प्रदेश कोरोना संक्रमितों को सेवाएं प्रदान की जा रही है। चिकित्सा मंत्री ने बताया कि टोल फ्री 181 पर कॉल कर अस्पताल में बैड, आईसीयू व वेंटीलेटर, होम आइसोलेशन वाले रोगी के लिए मेडिकल टीम व दवा के साथ आइसोलेशन के लिए स्थान नहलृ होने पर भी उसकी सुविधा प्राप्त की जा सकती है। साथ ही पोस्ट कोविड परामर्श, ऑक्सीजन व सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याओं के लिए भी 181 हेल्पलाइन से मदद ली जा सकती है। डॉ. शर्मा ने बताया कि इस वॉर रूम और इससे संबंधित जिला स्तरीय वॉर रुम के जरिए अधिकतम 30 मिनट में कोरोना मरीज या उनके परिजनों की समस्त समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय वॉर रुम में राज्य के सभी जिला वॉर रुम में तैनात कर्मचारियों व अधिकारियों के नामों की सूची और मोबाइल नंबर उपलब्ध है। वहीं कोविड-19़ से संबंधित सभी जांच केन्द्रों की सूचना, निजी व राजकीय कोविड डेडीकेटेड अस्पतालों की लिस्ट भी दूरभाष नंबर के साथ यहां मौजूद है। चिकित्सा मंत्री ने बताया कि कंट्रोल रुम में प्राप्त होने वाले सभी केसों को तुरंत प्रभाव से कार्रवाई के लिए व्हाट्स ग्रुप, कॉल व संपर्क पोर्टल की सहायता से सबंधित जिला कंट्रोल रुम व राज्य स्तरीय अधिकारियों को भेजा जाता है। तीन पारियों में संचालित होने वाले राज्य स्तरीय कंट्रोल रुम में चिकित्सक के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहते है। जिला स्तरीय वॉर रुम जिला कलक्टर की अध्यक्षता में जिले के प्रमुख डेडिकेटेड अस्पताल में 24 घंटे संचालित किए जा रहें है। जिला स्तरीय वॉर रुम में एक प्रशासनिक अधिकारी, दो चिकित्सक और अन्य कार्मिकों के साथ तीन पारियों में संचालित हो रहे है। इन वॉर रुम में कोविड डेडिकेटेड सभी अस्पतालों में उपलब्ध बैड्स की रियल टाइम सूचना व एम्बूलेंस संबंधी जानकारी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि सभी वॉर रुम में कोविड डैडिकैटेड अस्पतालों में सभी प्रकार के बैड की सूचना मौजूद रहती है। डॉ. शर्मा ने बताया कि आइसोलेशन वाले मरीज या उनके परिजन राज्य स्तरीय वॉर रूम में 181 पर संपर्क अपनी परेशानी बता सकते हैं। इसके बाद यहां तैनात कार्मिक उक्त जानकारी को संबंधित जिला स्तरीय वॉर रुम को उपलब्ध कराने के साथ राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर भी उपलब्ध कराएगा और जल्द से जल्द समस्या के निदान के लिए प्रतिबद्ध होगा। सभी जिला स्तरीय वॉर रूम को निर्देशित किया गया है कि अधिकतम 30 मिनट के भीतर मरीज या परिजन की समस्या को हल किया जाए। उन्होंने बताया कि बिना लक्ष्ण वाले मरीज यदि किसी चिकित्सकीय सलाह की मांग करते हैं तो हैल्प डेस्क पर मौजूद चिकित्सक उसकी मदद करेगा और दवा की मांग होने पर मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना के तहत दवा उपलब्ध कराई जाएगी। जबकि लक्ष्ण वाले मरीजों को आग्रह करने पर कोविड डैडिकेटेड अस्पतालों में भर्ती कराने के लिए एम्बूलेंस की भी व्यवस्था वॉर रुम करेगा। उन्होंने बताया कि मरीज या उनके परिजन की समस्या का निवारण करने के बाद जिला स्तरीय वॉर रुम में तैनात कार्मिक उक्त जानकारी राज्य स्तरीय वॉर रूम में देगा और राजस्थान संपर्क पोर्टल पर भी दर्ज करेगा और आधे घंटे में जिला स्तरीय वॉर रूम के कार्यवाही नहलृ करने पर राज्य स्तरीय वॉर रूम आवश्यक कार्यवाही के लिए उसके निर्देशित कर इसकी सूचना अतिरिक्त जिला कलक्टर को देकर तत्काल समस्या समाधान के लिए कहेगा।