फिर गुलजार हुए स्कूल, कम रहीं बच्चों की उपस्थिति
18 दिन बाद स्कूल का पहला दिन, शहर में 50 फीसदी तो गांवों में कम रही बच्चों की उपस्थिति फिर गुलजार हुए स्कूल, कम रहीं बच्चों की उपस्थिति
डिजिटल डेस्क बालाघाट। तस्वीरें जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों की है, जहां मंगलवार को 18 दिन बाद बच्चों की रौनक दिखी। हालांकि, ये रौनक फीकी रही। कोरोना संक्रमण को देखते हुए 13 जनवरी को राज्य सरकार ने पहली से बारहवीं तक की कक्षाएं बंद कर दी थीं, लेकिन मंगलवार से इन्हें दोबारा शुरू कर दिया गया। पहले दिन ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बेहद कम दर्ज हुई। कई स्कूलों में 11 तो कुछ स्कूलों में 16 बच्चे पढ़ाई करने पहुंचे। रेंगाटोला की प्राथमिक शाला में तो एक बच्ची स्कूल पहुंची। हुड़कीटोला की प्राथमिक शाला में बच्चे धूप में बैठकर पढ़ते दिखे। एक तरफ राज्य सरकार ने स्कूल खोलने का फैसला लिया है। तो दूसरी तरफ जिले में कोरोना संक्रमण का दौर जारी है, जहां रोजाना करीब 150 से अधिक संक्रमित मिल रहे हैं। ऐसे में पालकों के बीच अपने बच्चों को स्कूल भेजने में असमंजन की स्थिति देखने मिल रही है। हालांकि, शहरी क्षेत्र में बच्चों की 50 फीसदी उपस्थिति दर्ज की गई। अब बात करें कोरोना गाइडलाइन की तो किसी भी स्कूल में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं दिखा। न शिक्षक मास्क पहने दिखे, न ही बच्चों को कोरोना नियमों का पालन कराया गया।