रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सम्पन्न हुआ राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय विशेष शिविर
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सम्पन्न हुआ राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय विशेष शिविर
- अपने अंतर्मन की सुनकर ही तय करें ज़िंदगी के रास्ते- डॉ संजय कुमार
- डीआईजी सीआरपीएफ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के सात दिवसीय विशेष शिविर का ग्राम चांदला खेड़ी में रंगारंग समापन हुआ। समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ संजय कुमार डीआईजी सीआरपीएफ भोपाल विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी एवं पत्रकार श्री सत्येन्द्र कुमार पांडेय तथा आईसेक्ट ग्रुप ऑफ यूनिवर्सिटीज की निदेशक एवं प्रो चांसलर रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल डॉ अदिति चतुर्वेदी प्रमुख रूप से उपस्थित रहीं। मुख्य अतिथि डॉ संजय कुमार ने इस शिविर में की जा रही गतिविधियों के लिए सहभागी युवाओं की प्रशंसा की। विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अनेक बार युवा लोग अलग-अलग फील्ड के प्रख्यात लोगों से मिलकर तय कर लेते हैं कि उन्हें भी वही बनना है। यह एक प्रकार का भटकाव है। इस भटकाव से बचें। क्योंकि इस प्रकार से वो हो सकता है कि उस जगह तक पहुंच भी जाए परंतु आगे जाकर उनको संतुष्टि प्राप्त नहीं हो पाती है। इसलिए किसी से भी प्रभावित हुए बिना अपने ज़िंदगी के रास्ते स्वयं तय करें।
राष्ट्रीय सेवा योजना एक ऐसा संगठन है जो देश की सेवा करने के लिए युवाओं की एक सामाजिक सेना तैयार करता है। इस अवसर पर उन्होंने फौज में महिलाओं की सीमित भर्ती पर तथा अग्निवीर पर किए गए सवालों के जवाब भी दिए। वहीं विशिष्ट अतिथि श्री सत्येन्द्र पांडेय ने युवाओं के सामाजिक सरोकार तथा युवा नेतृत्व पर युवाओं से संवाद किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्रो चांसलर डॉ अदिति चतुर्वेदी ने शिविरार्थियों के श्रमदान व अन्य कार्यों की प्रशंसा करते हुए उनको विश्वविद्यालय की तरफ से हर संभव रूप से आगे बढ़ने के अवसर उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि जीवन का असली ज्ञान इस तरह के शिविरों में रहकर प्राप्त होता है। शिविर हमें अनुशासन, एकता तथा समय प्रबंधन जैसे गुण भी सिखाता है।
वहीं शिविर संचालक श्री गब्बर सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए शिविर का परिचय दिया। उन्होंने बताया कि इन सात दिनों में न केवल बौद्धिक सत्रों के माध्यम से ज्ञान-विज्ञान पर चर्चा हुई है, अपितु परियोजना कार्य के तहत जन जागरुता के भी अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं। उदहारण के तौर पर शाला परिसर में शौचालय का निर्माण, गांव में जैविक खाद बनाने हेतु गड्ढों का निर्माण, समाजिक आर्थिक सर्वेक्षण, मोटे अनाज के प्रति जागरूकता अभियान, स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत अभियान के तहत दीवार लेखन इत्यादि। साथ ही यह शिविर पांच अलग-अलग थीमों पर आयोजित किया गया। जिनमें 'मानवाधिकार', 'महिला सशक्तिकरण', 'समानता: एक समत्व भाव वाली दुनिया', 'स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत', 'भावी खाद्य: मोटा अनाज' शामिल रहीं। शिविर के दौरान निशुल्क चिकित्सा शिविरों का भी आयोजन दो दिनों तक किया गया। जिसमे होम्योपैथी, आयुर्वेद व फिजियोथेरेपी की टीमों ने ग्रामीणों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया।
समापन सत्र में शिविर नायक तथा शिविर संगठक अविनाश चौहान तथा शिवेंद्र राजपूत ने शिविर की रिपोर्ट का वाचन अतिथियों के सम्मुख किया। कार्यक्रम का संचालन स्वयंसेवक विवेक भास्कर ने तथा आभार ज्ञापन कार्यक्रम अधिकारी डॉ रेखा गुप्ता ने किया। शिविर के सफल आयोजन पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ विजय सिंह, वाइस चांसलर डॉ ब्रम्हप्रकाश पेठिया, प्रो वाइस चांसलर डॉ संगीता जौहरी तथा मध्यप्रदेश में एन एस एस को एक नये मुकाम पर पहुंचाने वाले श्री राहुल सिंह परिहार ने बधाईयां दीं। शिविर आयोजित करने में मुख्य भूमिका चांदला खेड़ी के शास प्राथमिक विद्यालय के शाला प्रभारी श्री गजराज सिंह मीणा, शिविर नायिका मोना लोधी, स्टेट कैंपर जन्नत खान, संदेश राजपूत, जुल्फिकार रज़ा, शैली पूर्विया, चित्रांशी मीना, वरिष्ठ स्वयंसेवक मयंक साहू तथा सार्क के रीजनल ब्रिलियांस अवार्ड से सम्मानित यश कुमार जायसवाल का रहा।
सात दिनों में अनेक महत्वपूर्ण व ख्यातिलब्ध वक्ताओं ने युवाओं को संबोधित किया। जिनमें वरिष्ठ आईएएस श्री तरुण पिथौड़े, एमडी, फूड एंड सिविल सप्लाईज कोर्पोरेशन मप्र, राज्य संपर्क अधिकारी डॉ आर के विजय, राज्य निदेशक नेहरू युवा केंद्र संगठन डॉ सुरेंद्र शुक्ला, वरिष्ठ नेत्री व सोशल आंत्रप्रेन्योर सुश्री नंदिता पाठक (उपाध्यक्ष, मप्र महिला मोर्चा), सीआरपीएफ कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल, डीएसपी पीएचक्यू भोपाल श्री प्रदीप मिश्रा, जिला संगठक रासेयो भोपाल डॉ सुधीर कुमार शर्मा, श्री राहुल सिंह परिहार, किसान नेता श्री ओमप्रकाश मीणा, वरिष्ठ पत्रकार व समाजसेवी श्री अभिषेक अज्ञानी, वरिष्ठ अध्यापक, श्री गजराज सिंह मीणा, ग्राम प्रमुख श्री विजय सिंह मीणा इत्यादि।
वहीं विश्वविद्यालय के ये अधिकारी भी रहे शामिल - प्रो चांसलर डॉ अदिति चतुर्वेदी, वाइस चांसलर डॉ ब्रम्हप्रकाश पेठिया, प्रो वाइस चांसलर डॉ संगीता जौहरी, डीन आफ अकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डीन ऑफ कामर्स डॉ रवीन्द्र पाठक, डीन फैकल्टी ऑफ लॉ डॉ नीलेश शर्मा इत्यादि।