17 हजार में रेमडेसिविर इंजेक्शन दिलाने का सौदा, मेडिकल स्टोर सील
17 हजार में रेमडेसिविर इंजेक्शन दिलाने का सौदा, मेडिकल स्टोर सील
डिजिटल डेस्क जबलपुर। एक ओर जहाँ इस बात का दावा किया जा रहा है कि एक-एक इंजेक्शन अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या को देखते हुए ही आवंटित किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर एक मेडिकल स्टोर के कर्मचारियों ने 17 हजार में एक इंजेक्शन दिलाने का सौदा कर लिया। मामला रविवार का है। यातायात थाने के पास मढ़ाताल गुरुद्वारे के नीचे स्थित न्यू मुनीश मेडीकोज स्टोर के कर्मचारियों ने एक शख्स से इंजेक्शन दिलाने का सौदा 17 हजार में कर दिया। उक्त शख्स ने इस बातचीत का वीडियो बना लिया और अधिकारियों तक शिकायत पहुँचा दी। शिकायतकर्ता ने इसकी शिकायत एसडीएम आशीष पांडे से की और सौदेबाजी के तय समय पर एसडीएम के नेतृत्व में ओमती पुलिस के एसआई सतीश झरिया व अन्य बल की उपस्थिति में यहाँ छापा मारा गया। पुलिस ने दोनों कर्मचारियों को हिरासत में लेकर दुकान सील कर दी है, हालाँकि अधिकारियों को मेडिकल स्टोर में इंजेक्शन नहीं मिले हैं। ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा आगे की जाँच की जा रही है।
बढ़ाते गए कीमत-
बताया जा रहा है कि कर्मचारियों ने पहले तो शिकायतकर्ता से कम कीमत में सौदा किया था, लेकिन 2 दिन बाद ही कीमत बढ़ाकर 17 हजार कर दी और फिर अगली बार फोन किया तो 18 हजार की माँग की। इसके बाद शिकायतकर्ता ने अधिकारियों से शिकायत की। छापा पड़ते ही दुकान संचालक ने उक्त लड़कों को अपने यहाँ का कर्मचारी मानने से मना कर दिया, जिसके बाद एसडीएम श्री पांडे ने दुकान संचालक से कहा कि वे तत्काल, लिखित में ये दे दें कि उक्त लड़के उनकी दुकान में कार्यरत नहीं हैं। इसके बाद दुकान संचालक ने लिखना शुरू किया लेकिन बयान वाले कागज को फाड़ कर अलग कर दिया।
सिर्फ अस्पतालों को दिए जा रहे हैं रेमडेसिविर-
घटना के बाद रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर कई तरह की बातें हो रही हैं। लोगों का कहना है कि जब प्रशासन की निगरानी में इंजेक्शन केवल अस्पतालों को ही दिए जा रहे हैं, ऐसे में मेडिकल स्टोर के कर्मचारियों ने इंजेक्शन दिलाने का सौदा कैसे कर लिया।