इंतजार के बाद हुई राहत की बारिश तो सड़क पर मनाया जश्न , फसलों को जीवनदान
इंतजार के बाद हुई राहत की बारिश तो सड़क पर मनाया जश्न , फसलों को जीवनदान
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। आषाढ़ के दूसरे पखवाड़े में मानसून की बेरुखी ने लोगों को सूखे की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया था। जिले में 16 दिनों से कहीं भी बारिश न होने से लोग गर्मी व उमस से परेशान थे, किसान सूखती फसल को लेकर चिंता में डूब गए थे। गुरुवार की शाम मौसम के तेवर नरम हुए, जिले के अधिकांश हिस्से में कहीं कहीं फुहार गिरी, रात भर आसमान पर बादल छाए रहे लोगों को थोड़ी राहत मिली लेकिन शुक्रवार की सुबह खिली धूप ने लोगों को फिर चिंतित कर दिया। दोपहर बाद मौसम के तेवर बदले और शाम तक जिले के 90 फीसदी हिस्से में कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश हुई। यह बारिश किसानों के लिए अमृत साबित होगी तो वहीं फसलों को नया जीवन मिलेगा।
6.5 मिमी बारिश हुई
मानसून ने इस साल जिले में जून माह के अंतिम दिन दस्तक दी। 15 जून तक कुल बारिश 6.5 मिमी बारिश हुई थी। तो अगले 15 दिन में 30 जून तक महज 58.4 मिमी बारिश हो पाई थी। जून माह के अंतिम दिन पहली बार पांढुर्ना तहसील को छोड़कर सभी तहसीलों में बारिश हुई थी। इस दिन औसत बारिश 14.9 मिमी रिकार्ड की गई। इसके बाद एक जुलाई को 35.1 मिमी और तीन जुलाई को 16.1 मिमी बारिश हुई। एक जुलाई को 35.1 मिमी और तीन जुलाई को 16.1 मिमी बारिश हुई, पिछले 16 दिनों में महज 21.3 मिमी बारिश हुई।
बिछुआ, मोहखेड़ में झमाझम बारिश
शुक्रवार की सुबह छिंदवाड़ा, मोहखेड़ और परासिया विकासखंड की सीमा से लगे गांवों में 15-20 हलकी बारिश हुई। इसके बाद हलकी हवाओं के साथ बादलों का घनत्व बढ़ गया। दोपहर एक बजे के बाद तीन विकासखंडों में बादल झूमकर बरसे। तीन बजे चौरई और बिछुआ के गांवों में भी जबरदस्त बारिश हुई। अपरान्ह चार बजे के बाद परासिया, जुन्नारदेव और तामिया अंचल में भी झमाझम बारिश होने लगी। रात 7 बजे के बाद सौंसर के अधिकांश गांवों में बारिश की सूचना मिली।
पांढुर्ना के अधिकांश हिस्से में निराशा
जिले के 10 विकासखंडों में लगभग सभी हिस्सों में शुक्रवार की दोपहर से शाम तक अलग-अलग समय में कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश होने की सूचना मिली लेकिन पांढुर्ना विकासखंड के महज 10 फीसदी हिस्से में ही बादल मेहरबान हुए। महाराष्ट्र की सीमा से लगे गांवों में झमाझम बारिश होने से क्षेत्र के लोगों को राहत मिली है। इधर पांढुर्ना शहर के आसपास गांवों में शुक्रवार को दिन भर मौसम खुला रहा ।
दो दिन बाद मानसून गति पकड़ने की संभावना
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगामी 2 दिन बाद एक बार फिर से मानसून सक्रिय होने की संभावना है जिससे अच्छी बारिश हो सकती है। जिले में अब तक महज 142 मिमी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। जो पिछले साल की अपेक्षा 330 मिमी. औसत वर्षा कम है। गत वर्ष इसी अवधि तक 473.1 मिमी. दर्ज की गई थी। भू अभिलेख विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते 24 घंटे के दौरान जिले में 3.8 मिमी. औसत वर्षा दर्ज की गई। गुरुवार सुबह 8 बजे से शुक्रवार सुबह 8 बजे तक 24 घंटे के दौरान मोहखेड़ में 3.2, चौरई में 1.3, हर्रई में 2.4, बिछुआ में 14.2 और चांद में 28.2 मिमी. बारिश दर्ज की गई है।