पोस्टर, रंगोली, मेंहदी व कविताओं से दे रहे जागरूकता का संदेश

पोस्टर, रंगोली, मेंहदी व कविताओं से दे रहे जागरूकता का संदेश

Bhaskar Hindi
Update: 2020-11-25 08:50 GMT
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डिजिटल डेस्क, बालाघाट। प्रतिवर्षानुसार मनाया जाने वाला बाल दिवस समारोह इस वर्ष बाल अधिकार कार्यक्रम ‘‘महफूज़‘‘ के नाम से चलाया जा रहा है। यूनिसेफ द्वारा 190 देशों में बाल संरक्षण के लिये जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। इस कार्यक्रम में 7 दिन के 7 मुद्दो पर विद्यार्थियों को बाल संरक्षण के संबंध मे जागरूक किया जा रहा है। ‘‘महफूज़‘‘ कार्यक्रम के अंतर्गत शा. जटाशंकर त्रिवेदी स्नातकोत्तर महाविद्यालय बालाघाट की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा डॉ. अशोक मराठे कार्यक्रम समन्वयक के निर्देशन व राष्ट्रीय सेवा योजना जिला संगठक श्री डी.आर. सिरामें के संचालन तथा संस्था प्राचार्य डॉ. गोविन्द्र सिरसाठे व कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आशा गोहे के मार्गदर्शन में विद्याथियों द्वारा विभिन्न कार्यक्र्र्र्र्र्र्र्र्र्रमां में वर्चुअल सहभागिता की गई। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आशा गोहे ने जानकारी दी कि इस वर्ष बाल समारोह को बाल अधिकार के रूप में मनाते हुये, अभियान महफूज़ चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत बालिका इकाई की छात्राएं बाल संरक्षण एवं अधिकारों से संबधित पोस्टर अपने-अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर शेयर कर रही है। इन प्रतियोगिताओं में कु. आशु ठकरेले, कु. पूजा माहुले , कु. अंजू चौधरी, कु. नीता नगपुरे, कु. आकांक्षा पटले, कु. अभिलाषा कटरे, कु. नीतू टेंभरे, कु. रक्षा राणा, कु. बल्लवी ठाकरे का प्रयास सराहनीय रहा बाल संरक्षण पर जागरूकता अभियान में 7 दिन के 7 मुद्दो बाल संरक्षण, बाल शोषण, बाल श्रम, बाल विवाह, बाल तस्करी, बाल भिक्षावृत्ति बाल अपराध पर छात्राओं को समझाईश दी गई कि वे स्वयं जागरूक होकर दूसरो को भी जागरूक करने में अपनी सहभागिता प्रदान करें।

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