हत्यारे बेटे की करतूत से सहमे माता-पिता ने फांसी लगाकर दे दी जान
हत्यारे बेटे की करतूत से सहमे माता-पिता ने फांसी लगाकर दे दी जान
अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझी, मामूली विवाद पर पति ने गला दबाकर कर दी थी पत्नी की हत्या, दो गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क परसवाड़ा/बालाघाट। हत्यारे बेटे की करतूत माता-पिता को बेहद नागवार गुजरी, जिन्होंने शनिवार को घर के समीप ही एक पेड़ पर एक साथ आजू-बाजू में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आरोपी पुत्र का पिता मृतक पूरनलाल ठाकरे 52 वर्ष एवं माता धनेश्वरी 48 वर्ष का शव पुलिस ने बरामद कर लिया गया है। पीएम उपरांत शव रिश्तेदारों को सौंपा गया। आरोपी के परिवार में अब एक मात्र छोटा भाई है, जो नागपुर में काम करता है।
यह था मामला
घटना के संबंध में पुलिस जानकारी के अनुसार, गत 5 मई को परसवाड़ा मुख्यालय से करीब 5 किमी दूर बडग़ांव मार्ग पर स्थित जटाल जलाशय से एक महिला का शव बरामद किया गया था। महिला के हाथ-पैर में पत्थर बांधकर शव फेंका गया था और शव काफी गल चुका था, जिसकी वजह से तत्काल मृतका की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। हालांकि पुलिस के पास गुमशुदगी दर्ज न होने के कारण यह पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। इधर पुलिस को 6 मई को गोपनीय सूचना मिली कि समीप के ग्राम कातलबोड़ी के एक परिवार से एक महिला एवं एक पुरुष दोनों गायब हैं। पुलिस को संदेह हुआ, पतासाजी की गई और पुलिस मृत महिला से कड़ी जोड़ते चले गई। परिजनों से कड़ाई से पूछताछ की गई तो मामले का खुलासा हो गया।
बेटे ने बहनोई के साथ मिलकर की थी हत्या-
परसवाड़ा पुलिस द्वारा ग्राम कातलबोड़ी निवासी पूरनलाल ठाकरे के परिवार से पूछताछ करने पर बताया गया कि उसका बेटा लिकेश ठाकरे और उसकी बहू पूनम ठाकरे विगत 2 मई रविवार को नागपुर जा रहे है, कहकर उनके मोतेगांव निवासी दामाद संजय शरणागत के साथ तीनों मोटर साइकिल से निकले थे। पुलिस ने उनके बेटे और बहू सहित उनके दामाद के संबंध में जब जांच बढ़ायी और धरपकड़ तेज की तो लामटा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मोतेगांव में उनके दामाद संजय शरणागत के यहां उनका बेटा लिकेश ठाकरे मिला जिसने पूनम ठाकरे के संबंध में कोई जवाब नही दिया। पुलिस ने जब सख्ती दिखाई तो लिकेश ने बहनोई के साथ मिलकर हत्या करना कबूल किया और शव को जटाल जलाशय के वॉल्व में फेकना कहा।
नागपुर में हुआ था प्रेमप्रसंग, आए दिन होता था घरेलू विवाद
पुलिस के अनुसार लिकेश ने पुलिस पूछताछ में बताया कि विगत एक वर्ष पहले ही पूनम से उसकी मुलाकात नागपुर में हुई थी, जहां वे श्रमिक का काम करते था। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चला, और साथ में रहने लगे, कोरोनाकाल के चलते वे अपने पैतृक ग्राम कातलबोड़ी आ गये। यहां पर लिकेश के माता और पिता के साथ पूनम के अच्छे संबंध नहीं रहने के कारण एक ही घर में अलग अलग रहने लगे थे। तथा घरेलू बातों पर विवाद होते रहता था। 2 मई को बहनोई मोतेगांव निवासी संजय के घर जाकर सारी परेशानी को बताया। उसी शाम को संजय और लिकेश कातलबोड़ी पहुचें और पूनम को समझाने का प्रयास किया, परंतु बात बढ़ गई, और गुस्से में आकर पूनम का गला दबा दिया जिससे उसकी मौत हो गयी। पुलिस ने आरोपी लिकेश एवं उसके बहनोई संजय को गिरफ्तार कर लिया है।