पंकजा मुंडे ने भाग्यश्री योजना को घर-घर पहुंचाने का लगाया नारा
पंकजा मुंडे ने भाग्यश्री योजना को घर-घर पहुंचाने का लगाया नारा
डिजिटल डेस्क, अकोला/बुलडाणा। समाज के ताने-बाने में बेटियों का स्थान काफी महत्वपूर्ण है, इसलिए बेटियों का समाज में स्थान कायम रखना सभी की जिम्मेदारी है। बेटियों का गर्भ में गला घोंटने वाली शैतानी प्रवृत्ति को खत्म करना होगा। इसके लिए कन्या माझी भाग्यश्री योजना को घर-घर पहुंचाना होगा, राज्य की ग्रामविकास, महिला एवं बालकल्याण मंत्री पंकजा मुंंडे ने सिंदखेडराजा में भाग्यश्री योजना को घर-घर पहुंचाने का नारा लगाया। माझी कन्या भाग्यश्री योजना के तहत बेटी के नाम 50 हजार रुपए की रकम दीर्घावधि के लिए डिपॉजिट की जाएगी। ऐसी जानकारी देते हुए पंकजा मुंडे ने कहा कि, दसवी कक्षा पास होने पर उसे रकम पर मिलने वाला ब्याज शिक्षा के लिए और फिर विवाह भेंट के तौर पर रकम दी जाएगी। साथ ही बेटियों का पोषण अच्छी तरह हो। उन्हें अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिले, इसका ध्यान भी योजना के तहत रखा जाएगा। बेटी को ही परिवार के वारिस का दर्जा देने के लिए जनजागृति लई जा रही है।
बड़े नेताओं ने लिया हिस्सा
शुक्रवार को जिजामाता महाविद्यालय के मैदान पर माझी कन्या भाग्यश्री योजना की जागृति रथयात्रा का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में पंकजा मुंडे, राज्य के कृषि तथा पालकमंत्री पांडुरंग फुंडकर, जिप अध्यक्षा उमा शिवचंद्र तायडे, सांसद प्रतापराव जाधव, विधायक शशिकांत खेडेकर, डॉ. संजय कुटे, आकाश फंडकर, महिला एवं बालकल्याण समिति सभापति श्वेता महाले, जिलाधिकारी डॉ. चंद्रकातं पुलकुंडवार, जिप मुख्य कार्यकारी अधिकारी षण्मुगराजन एस, पूर्व विधायक तथा भाजपा के जिला उपाध्यक्ष ध्रुपदराव सावले, तोताराम कायंदे समेत गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
बेटियां भी बेटों की तरह है परिवार का चिराग
कार्यक्रम में पालकमंत्री फुंडकर ने कहा कि, बेटा और बेटियों में भेद करने से समाज काफी पीछे रह गया है। इसलिए अब दकियानूसी सोंच से बाहर आना होगा ही। बेटियां भी बेटों की तरह ही परिवार का चिराग होती हैं। इसलिए उन्हें बेटों की तरह ही मान-सम्मान दिया गए, तो समाज का अच्छा विकास हो सकता है। बेटी बचाओ और कन्या माझी भाग्यश्री योजना के माध्यम से बेटियों का जन्मदर बढ़ाने में काफी मदद हो रही है। सांसद प्रतापराव जाधव ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने जो स्वराज्य की स्थापना की थी, उसकी प्रेरणास्रोत राजमाता मां जिजाऊ है। इस कारण से पूरे देश से हजारों-लाखो जिजाऊ भक्त सिंदखेडराजा आते है। ऐसे में मातृत्व सम्मान के लिए सिंदखेडराजा नगरी में आयोजन काफी प्रशंससनीय है।