फटे बारदाने, धीमे सर्वर से कैसे होगा धान उपार्जन
किसान हो रहे परेशान, प्रशासन नहीं कर रहा कार्रवाई फटे बारदाने, धीमे सर्वर से कैसे होगा धान उपार्जन
डिजिटल डेस्क बालाघाट। इन दिनों जिले के 194 केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का दौर चल रहा है। कई केंद्रों में अव्यवस्थाओं और तकनीकी खामियों के चलते धान खरीदी की रफ्तार धीमी पड़ रही है। किसानों को समय पर एसएमएस नहीं मिलने से वे केंद्र नहीं पहुंच पा रहे हैं। दूसरी तरफ सर्वर की रफ्तार कमजोर होने से किसानों से खरीदी के बाद एंट्री करने की प्रक्रिया भी प्रभावित हो रही है। कर्मचारियों का कहना है कि अगर सर्वर की समस्या यूं ही बनी रही तो आने वाले दिनों में मुश्किलें और बढ़ेंगी। मेंढकी, लिंगमारा जैस केंद्रों में फटे बारदानों से धान खरीदी में किसान और कर्मचारियों दोनों को परेशानी उठानी पड़ रही है। लिंगमारा उपार्जन केंद्र को 14 हजार बारदाने मिले थे, जिनमें 6 हजार ऐसे बारदाने निकले, जिनमें धान रखना मुमकिन नहीं है। जगह-जगह से फट चुके इन बारदानों से बड़ी मात्रा में धान नीचे गिरकर बर्बाद हो रही है। यही हाल मेंढकी उपार्जन केंद्र का भी है। यहां तो फटी बोरियों में पत्ते लगाकर धान को जमीन में गिरने से बचाने की जुगत की जा रही है। गौरतलब है कि जिलेभर में 30 नवंबर से अब तक तीन हजार किसानों से करीब 95 हजार क्विंटल की धान खरीदी हो चुकी है। इस बार 1 लाख 15 हजार 698 किसानों का पंजीयन हुआ है। 13 केंद्र ऐसे हैं, जहां महिला स्व सहायता समूहों द्वारा धान की खरीदी की जा रही है।