अनुमति थी एक हजार घन मीटर खनन की ,मुरम निकाल ली पांच गुना
सिवनी अनुमति थी एक हजार घन मीटर खनन की ,मुरम निकाल ली पांच गुना
डिजिटल डेस्क, सिवनी। मुरम माफियाओं ने सरकार के नियमों को ताक में रख दिया है। इसका खुलासा उस समय हुआ जब सुकतरा में मनमाने मुरम के खनन की शिकायत पर अफसरों ने जांच की। मौके पर शिकायत भी सही मिली और कार्रवाई भी की गई। ज्ञात हो कि दैनिक भास्कर ने ३० मई को "हवाई पट्टी के किनारे अवैध खनन कर बना दी खाईÓ शीर्षक पर खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद कुरई तहसीलदार के साथ खनिज विभाग की टीम जांच करने पहुंची। मुरम खनन वाले हिस्से की जांच की गई तो टीम भी दंग रह गई। मुरम माफियाओं ने अनुमति से पांच गुना मुरम निकाल ली। मौके पर कार्रवाई कर रायल्टी धारक के खिलाफ कार्रवाई की गई।
कई डंपर मुरम निकाल ली
जानकारी के अनुसार हिमांशु मर्सकोले को एक हजार घनमीटर मुरम खनन की अनुमति सुकतरा और गंगाढाना में मिली थी। खनिज विभाग की टीम ने जांच की तो पाया कि करीब पांच हजार घनमीटर मुरम निकाल ली गई। एक हजार घन मीटर में करीब ७०० डंपर(दस चका) मुरम आ सकती है। यदि पांच हजार घनमीटर मुरम निकाली गई है तो करीब ढाई हजार डंपर मुरम अवैध तरीके से निकाली गई है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि जिसकी जमीन थी उसको अनुमति थी ऐसे में केवल उससे रायल्टी का पैसा वसूल किया जाएगा जो कि करीब दो लाख रुपए होती है।
ये था मामला
ऐरमा गांव के रहने वाले दीपक राय ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि हिमांशु मर्सकोले को सुकतरा और गंगाढाना के पास एक हजार घनमीटर मुरम उत्खनन की अनुमति मिली है। इस अनुमति की आड़ लेकर गोपालगंज के रानू और कीर्ति नाम के व्यक्ति मनमाने तरीके से मुरम निकाल रहे हैं। यहां तक की सुकतरा हवाई पट्टी के पास से मुरम निकाली जा रही है। आरोप था कि एक साल के भीतर बड़ी मात्रा में मुरम निकाल ली गई है।