अब शुरु हुआ डेंगू माह, नहीं हो रहे आयोजन
सिवनी अब शुरु हुआ डेंगू माह, नहीं हो रहे आयोजन
डिजिटल डेस्क, सिवनी। वर्षा के साथ जिस प्रकार की गर्मी का वातावरण बना हुआ है। इससे डेंगू के मच्छर पनपने का खतरा बढ़ गया है। जिले में गोपालगंज और बरघाट क्षेत्र में डेंगू मरीजों की संख्या हर वर्ष ज्यादा होती है। पिछले साल मिले 11६ मरीजों में से आधे से अधिक मरीज गोपालगंज क्षेत्र में ही मिले थे। इसके बाद बरघाट का नंबर आता है। जून माह समाप्त होते ही मलेरिया माह का समापन हो गया है। मलेरिया ने ज्यादा नहीं सताया है लेकिन डेंगू की शुरूआत हो गई है। डेंगू का मच्छर मलेरिया से ज्यादा खतरनाक होता है। जो दिन में काटता है। डेंगू की रोकथाम के इंतजाम स्वयं करना आवश्यक है। स्वास्थ्य विभाग तो तब सावधान होगा, जब डेंगू के मरीज सामने आएंगे। इसके लिए मच्छर की पैदावार को रोकना जरूरी है। जो कि घरों में तथा आसपास पानी भरे हुए हिस्से में तेजी से पनपते हैं। स्वास्थ्य कर्मचारियों के अनुसार एडिज एजिप्टाइज मच्छर के काटने से डेंगू की बीमारी होती है। जिसका जल्द इलाज शुरू करना चाहिए। इससे एकदम से कमजोरी शुरू हो जाती है।
विभाग की कोई तैयारी नहीं
डेंगू से निपटने के लिए मलेरिया विभाग द्वारा पहले से कोई इंतजाम करना तो दूर की बात है। जिम्मेदारों ने अभी इसको लेकर सोचना भी शुरू नहीं किया है। अब जब बीमारी जोर मारने लगेगी और डेंगू का डंक मारना शुरू हो जाएगा तब तक देर हो जाती है। आमतौर पर बारिश थमने के बाद ही डेंगू की दस्तक होती है। मानसून आ गया है। ऐसे में डेंगू का खतरा जुलाई से ही शुरू हो जाता है। जिम्मेदारों ने अभी इसके लिए किसी तरह की तैयारी नहीं कर रहे हैं।
कब मिले कितने मरीज
डेगूं की बात करें तो जिले में २०१३ में डेंगू के काफी मरीज सामने आए थे। जिसमें कुछ मौतें भी हुई थीं। 2०15 में डेंगू के 14 मामले, इसके अगले साल 13 मामले, 2०17 में तीन, इसके अगले साल फिर तीन, 2019 में दो मरीज मिले थे। २०२० में डेंगू के कुल चार मरीज मिले थे। पिछले साल मरीजों का आंकड़ा 116 तक पहुंच गया था। जिसने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।