लापरवाही: मशीन में फंसा अधजला शव, अंतिम संस्कार के लिए करना पड़ा 8 घंटे इंतजार
लापरवाही: मशीन में फंसा अधजला शव, अंतिम संस्कार के लिए करना पड़ा 8 घंटे इंतजार
डिजिटल डेस्कजबलपुर। किसी के परिवार के सदस्य की मौत के बाद अगर समय पर उसे शव उपलब्ध न कराया जाए, इसके बाद अंितम संस्कार के लिए उस परिजन को 8 घंटे इंतजार करना पड़े। किसी अव्यवस्था को लेकर अगर कोई प्रशासनिक अधिकारी के साथ ही नगर िनगम के जिम्मेदार अधिकारी का फोन तक न उठे तो इससे बड़ी प्रशासनिक लापरवाही और क्या हो सकती है। ऐसा ही वाक्या बुधवार को तीन परिवारों के साथ हुआ जिन्हें गुप्तेश्वर शवदाह में पहले तो 8-9 घंटे अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ा। इसके बाद देर शाम उन्हें चौहानी रवाना किया। इस इंतजार का कारण शवदाह में एक अधजले का शव फँस जाना रहा, जिससे अन्य शवों का अंतिम संस्कार नहीं हो सका।
इस संबंध में रांझी निवासी संजीव साकेत ने बताया कि उनके भाई की मेडिकल अस्पताल में कोरोना संक्रमण से 13 अप्रैल की सुबह 8 बजे मृत्यु हो गई। उन्हें समय पर सूचना नहीं दी गई। दिन में जब वे शव लेने पहुँचे तो उन्हें पहले तो औपचारिकता पूरी होने की बात कही गई इसके बाद शाम होने का हवाला देकर दूसरे दिन 8.30 बजे बुलाया गया। िनगम के कर्मचारियों ने बताया कि अगर गुप्तेश्वर स्थित इलेक्ट्रिक मशीन में अंतिम संस्कार करना है तो जल्दी शव मिल जाएगा। औपचारिकता पूरी करने के बाद 11.30 बजे शव दिया गया। जब वे गुप्तेश्वर पहुँचे तो वहाँ पहले से ही तीन शव रखे हुए थे।
दो शव जले, तीसरा फँस गया-
जब अंितम संस्कार प्रक्रिया शुरू हुई तो दो शव जलने के बाद तीसरा शव आधा जलने के बाद मशीन बंद हो गई और आधा शव बिना जले ही फँस गया। दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक यह शव मशीन में फँसा रहा और अन्य तीन शव अंतिम संस्कार के इंतजार में रहे। जिसमें एक सिवनी निवासी के साथ दो जबलपुर के ही थे। यहाँ उपस्थित लोगों ने बताया कि इस अव्यवस्था की जानकारी देने के लिए नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को भी फोन लगाया गया, मगर किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। शाम 6.30 बजे नगर निगम के कुछ कर्मचारी पहुँचे जिन्होंने अधजले शव को किसी तरह से जलाया और शेष तीन शवों को अंतिम संस्कार के लिए चौहानी रवाना किया।