खेत के कुएं में मिला पिता, पुत्र और पुत्री शव ,हत्या या आत्महत्या ,मामला संदिग्ध
खेत के कुएं में मिला पिता, पुत्र और पुत्री शव ,हत्या या आत्महत्या ,मामला संदिग्ध
डिजिटल डेस्क,बालाघाट। लालबर्रा थाना क्षेत्र के नगपुरा में पिता सहित पुत्र और पुत्री के कुएं में डूबने से मौत हो गई। सूचना मिलने पर लालबर्रा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को बाहर निकलवा। पंचनामा कार्रवाई पूरी की। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मौत की वजह स्पष्ट नहीं
ग्रामीणों के अनुसार इंद्र कुमार बनोटे और उसकी 6 वर्ष की पुत्री लुबानी और 3 वर्ष का पुत्र रितिक कि इस घटना में मौत हो गई है। हालांकि मौत की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। ग्रामीणों ने बताया कि पिता, पुत्र और पुत्री का शव उन्हीं के खेत में बने कुएं में देखा गया था। जिसकी सूचना लालबर्रा पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके में पहुंचकर शव को बाहर निकाला है। अभी यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इंद्रकुमार ने अपने बच्चों के साथ आत्महत्या की है या फिर किसी और वजह से उनकी मौत हुई है।
करंट लगने से युवक की मौत
खैरलांजी थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत भंडारबोडी और घोटी में अलग-अलग घटना में दो लोगों की मौत हो गई। भंडारबोड़ी में जहां 18 वर्षीय युवक की करंट से मौत हो गई। वहीं घोटी में 46 वर्षीय बसंता पिता बारिक लिल्हारे ने खुद को ही आग लगाकर अपनी जान दे दी। दोनो ही मामले में खैरलांजी पुलिस ने शव बरामद कर पंचनामा कार्यवाही के बाद शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है और मामले में मर्ग कायम कर जांच में लिया है।मिली जानकारी अनुसार खैरलांजी थाना अंतर्गत भंडारबोड़ी में आज 28 अगस्त बुधवार की सुबह करंट की चपेट में आने से 18 वर्षीय दीपक पिता प्रहलाद गौतम की दर्दनाक मौत हो गई। घटना सुबह 9 बजे की जब किसी ने मृतक को खेत में पड़ा देखा। जिसके बाद इसकी सूचना सूचना खेत मालिक, ग्रामीणों के साथ ही पुलिस को दी गई। बताया जाता है कि मृतक खेत में घास लाने गया था, इस दौरान ही खेत में जंगली जानवरों से फसल की सुरक्षा के लिए लगाये गये बिजली के तार के करंट की चपेट में आने से दिपक की मौत हो गई। जिस मामले की जांच वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में प्रधान आरक्षक गुलशन नंदा उइके कर रहे है। जबकि दूसरी घटना थाना अंतर्गत घोटी ग्राम की है। यहां 46 वर्षीय बसंत पिता बारिक लिल्हारे ने खुद को ही आग लगा ली। जिसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि बसंत ने जिस वक्त स्वयं को आग लगाई, उस दौरान घर के सभी सदस्य खेत गये हुए थे। हालांकि उसके द्वारा यह कदम क्यों उठाया, यह पता नहीं चल पाया है। जिसकी सूचना पड़ोसियों द्वारा मृतक बसंत के परिजनों और पुलिस को दी गई।