मां बैठी अनशन में,इधर बेटी की तबियत बिगड़ी, मौत
सिवनी मां बैठी अनशन में,इधर बेटी की तबियत बिगड़ी, मौत
डिजिटल डेस्क, सिवनी।छिडिय़ापलारी के चूनाभट्टी में विस्थापित किए गए लोगों के चल रहे अनशन में बैठी एक महिला की बच्ची का घर पर स्वास्थ्य बिगडऩे पर उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। इस घटना को लेकर अनशन कर रहे लोगों ने प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि प्रशासन पानी की सुविधा कर देता तो बच्ची की मौत न होती। जानकारी के अनुसार जानवी नगर में लोगों को विस्थापित किया गया है। यहां पर महिलाएं मूलभूत सुविधओ को लेकर ११ मई से धरना दे रही हैं। इसमें दीपकुमारी उईके भी अनशन कर रही हैं। गुरुवार को दीपकुमारी की ११ वर्षीय बेटी दिव्या का घर पर स्वास्थ्य बिगड़ गया। उसे जिला अस्पताल लाया गया जहां उसे मेडिकल कॉलेज जबलपुर रेफर किया गया। शुक्रवार की सुबह उसकी मौत हो गई।
दूषित पानी कारण बिगड़ा था स्वास्थ्य
दीपकुमारी का कहना है कि दूषित पानी के कारण दिव्या की तबियत बिगड़ी थी। पेट में इंफेक्शन होने पर उसका घर पर ही इलाज चल रह था। रात को तबियत और बिगड़ गई थी। दीपकुमारी और अनशन पर बैठी महिलाओं का आरोप है कि जिस जगह विस्थापन कया गया है वहां पर पानी की सुविधा नहीं है।रंजीता शिववंशी का कहना है कि पानी के लिए शुरु से ही मांग प्रशासन से की जा रही थी। लक्ष्मी कश्यप का कहना है कि प्रशासन लोगों की मांग पर ध्यान नहीं दे रहा।
लोगों ने की मदद
दिव्या की तबियत बिगडऩे पर उसकी मदद के लिए लोग आए गए।गौरव जायसवाल ने परिजनो को पांच हजार की मदद की। वहीं इसके पहले अनशन कर रहे लोगों की सुविधाओ के लिए वैकल्पिक रूप से सोलर लाइट लगाई गई। जानकारी के अनुसार दिव्या घर पर बड़ी लड़की थी। उसकी एक छोटी बहन नव्या और एक छोटा भाई तनवीर है। जब िपिता किशन उईके पेशे से मजदूरी करते हैं।