विधायक विश्नोई बोले-क्यों छिपाए जा रहे मौत के आँकड़े, रेमडेसिविर इंजेक्शन की खुलेआम कालाबाजारी
विधायक विश्नोई बोले-क्यों छिपाए जा रहे मौत के आँकड़े, रेमडेसिविर इंजेक्शन की खुलेआम कालाबाजारी
डिजिटल डेस्क जबलपुर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को आपदा प्रबंधन की बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। एक वर्चुअल बैठक में जनप्रतिनिधियों से जिलों के हालात जाने। मुख्यमंत्री की तरफ से प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य मो. सुलेमान ने ग्रेफिक्स के जरिए मरीज, मौत और स्वास्थ्य सेवाओं की रिपोर्ट रखते हुए स्थिति कंट्रोल में होने की बात जैसे ही दिखाना शुरू की, वैसे ही विधायक व पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने जबलपुर का दर्द और हकीकत उनके सामने बयाँ कर दी। जिस अंदाज में उन्होंने पीड़ा रखी उससे अचानक सीएम भी झेंप गए, कुछ देर के लिए मीटिंग में गर्मागर्मी का माहौल बन गया, श्री विश्नोई शांत हो गए। लेकिन इसी बीच मुख्यमंत्री ने श्री विश्नोई को अपनी बात पूरी कहने के लिए कहा और फिर उन्होंने कई उदाहरणों के साथ जबलपुर की स्वास्थ्य सेवाओं की सच्चाई सामने रखी। उन्होंने कहा कि जबलपुर में कोरोना के हालात गंभीर हैं, इससे मरने वालों के वास्तविक आँकड़े छिपाए जा रहे हैं। कोरोना िनयंत्रण के लिहाज से उचित नहीं है, उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया िक शहर में खुलेआम रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है। ऑक्सीजन िसलेंडर पर्याप्त मात्रा में नहीं िमल रहे हैं, जो िचंता की बात है। मेडिकल और िवक्टोरिया जैसे सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त व्यवस्थाएँ न होने के कारण मरीज वहाँ भर्ती नहीं होना चाहते और प्राइवेट अस्पतालों में मनमाना पैसा वसूला जा रहा है, जिससे आम लोग बुरी तरह आहत हैं। इसलिए सबसे पहले मौत के सही आँकड़े पेश करके लोगों को जागरूक करके सावधानी का माहौल बनाने के साथ स्वास्थ्य सेवाओं में मैदानी स्तर पर सुधार करना चाहिए। जिसके बाद मुख्यमंत्री चौहान ने भी श्री िवश्नोई की सलाह पर िवशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। कलेक्ट्रेट के एनआईसी कक्ष में आयोजित इस बैठक में विधायक इंदू ितवारी, अशोक रोहाणी, विनय सक्सेना, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, एडीएम हर्ष दीक्षित, सीएमएचओ रत्नेश कुरारिया, डॉ.जितेन्द्र जामदार, शशिकांत सोनी उपस्थित थे। सभी ने कोरोना की रोकथाम के लिए अपने-अपने सुझाव रखे।