मप्र को चील-कौवों की तरह नोंचने में लगे मंत्री : शिवराज
मप्र को चील-कौवों की तरह नोंचने में लगे मंत्री : शिवराज
इंदौर, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के मंत्रियों की तुलना चील, कौवों से करते हुए बुधवार को कहा कि वे राज्य को चील-कौवों की तरह नोंचने में लगे हैं। इंदौर पहुंचे चौहान ने संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए राज्य में जारी तबादलों पर सवाल उठाए और कहा, एक मंत्री कहता है कि ट्रांसफर के रेट इतने हैं तो दूसरा कहता है कि इतने नहीं इतने हैं। अरे कम से कम ट्रांसफर के रेट तो बैठकर तय कर लो इकट्ठे। अलग-अलग कोई भी तो कुछ कर रहा है। हालत क्या हो गई है, यह इतिहास की भ्रष्टतम सरकार है।
उन्होंने आगे कहा, मध्य प्रदेश को चील और कौवों की तरह नोच-नोच कर खा रहे हैं। ये क्या मंत्री रहने लायक लोग हैं। इंदौर में 18 अक्टूबर को मैग्नीफिसेंट एमपी का आयोजन होने जा रहा है। इसमें देश के कई नामचीन उद्योगपति हिस्सा ले रहे हैं। चौहान ने कहा, मै ऐसा नेता नहीं हूं जो इंवेस्टर्स समिट के समय मध्य प्रदेश की आलोचना करूं। मुझे मध्य प्रदेश की चिंता है इसलिए मैं उद्योगपतियों से अपील करता हूं कि वे राज्य में आएं और निवेश करें। यहां रोजगार के अवसर उत्पन्न करें। इसलिए इंवेस्टर्स समिट के समय इसका विरोध नहीं करूंगा।
राज्य में बारिश और अतिवृष्टि से हुए नुकसान का जिक्र करते हुए चौहान ने कहा, किसान बर्बाद हो गया, फसल खराब हो गई। अब तक सर्वे नहीं हुआ, मुआवजा वितरण का तो सवाल ही नहीं, अब तक मुआवजा देने का प्रयास नहीं हुआ। मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूं और चेतावनी देता हूं कि किसानों की जिंदगी बचानी है तो राहत राशि खातों में डालनी होगी। जब मैं मुख्यमंत्री था तब किसानों के खाते में राहत राशि डाल दी जाती थी। ऐसा नहीं हुआ तो आंदोलन को हम बाध्य होंगे।