एसी कोच के यात्रियों के साथ मैकेनिक ने की धक्का-मुक्की , 36 घंटे से बंद था एसी
एसी कोच के यात्रियों के साथ मैकेनिक ने की धक्का-मुक्की , 36 घंटे से बंद था एसी
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। पिछले 36 घंटों से भट्टी से तपते एसी कोच में सफर कर रहे यात्रियों ने कोच मैकेनिक को जैसे ही खराब एसी को सुधारने की गुहार लगाई। कोच मैकेनिक ने पहले तो बदसलूकी की और फिर यात्रियों के साथ धक्का-मुक्की पर उतर आया। कोच मैकेनिक की बदतमीजी देखकर अन्य यात्री भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने उसकी की अकल ठिकाने लगाई। उसके बाद टीसी को बुलवाया गया और कम्पलेंट रजिस्टर में अटेंडेंट और कोच मैकेनिक की लिखित शिकायत दर्ज की गई। ये मामला है कोयंबटूर जबलपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस का, जो बुधवार की शाम करीब 7 बजे 9 घंटे की देरी से जबलपुर स्टेशन पर पहुंची, तब जाकर लंबी दूरी के यात्रियों ने राहत की सांस ली।
ये मेरा काम नहीं है, कह कर अभद्रता करने लगा
कोयम्बटूर जबलपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस के बी-3 कोच के यात्रियों कल्याण घोष, एड. आशीष तिवारी आदि ने बतायाकि मुंबई के बाद से एसी बंद हो गया था और सामान्य ट्रेनों की तुलना में तीन गुना अधिक किराया देने के बाद भी भीषण गर्मी में एसी बंद होने यात्रियों की हालत बेहद खराब थी।जब कोच के एडिशनल एसी कोच मैकेनिक प्रदीप सिंह ठाकुर को बुलाकर एसी ठीक करने को कहा तो वो ये कह कर वहां से भागने लगा कि ये मेरा काम नहीं है.. जब यात्रियों ने उसे दोबारा बुलाया तो वो अश्लील शब्दों का प्रयोग करते हुए यात्रियों के साथ बदसलूकी पर उतर आया और धक्का-मुक्की कर धमकाने लगा। कोच मैकेनिक के खराब बर्ताव और गाली-गलौच को सुनकर कोच में मौजूद बच्चे और महिलाएं शर्मिंदा होने लगीं, तब कुछ यात्रियों ने कोच मैकेनिक प्रदीप सिंह को शिकायत करने के नाम पर धमकाया, तब जाकर उसका दिमाग ठिकाने आया। यात्रियों ने इस दौरान कोच के टीसी को भी बुलवा लिया, तब कोच मैकेनिक के तेवर कुछ ढीले हुए और वो माफी मांगने लगा।
कोच अटेंडेंट ने की बदतमीजी, दाग लगे यूज्ड बेडरोल दिए
यात्रियों सुलेखा तिवारी, दीपा साहू ने बताया कि कोच मैकेनिक की ही तरह कोच अटेंडेंट कमल सिंह ने भी यात्रियों के साथ उस समय बदतमीजी शुरु कर दी जब उसने यात्रियों को गंदे, दाग लगे यूज्ड बेडरोल दिए और यात्रियों ने उन्हें लेने से इंकार कर दिया। यात्रियों के विरोध को देखते हुए माफी मांगने की बजाए कोच अटेंडेंड कमल सिंह जबरदस्ती बर्थ पर बेडरोल को फेंक कर अश्लील शब्द बोलने लगा। जब कुछ यात्रियों ने कमल कुमार को साफ और नए बेडरोल लाने को कहा तो वो झगडऩे लगा। यात्रियों ने बताया कि बेडरोल की चादरों में दाग लगे हैं, उनमें बदबू आ रही है। कुछ बेडरोल में तो प्लास्टिक के कप भी मिले।