महाराष्ट्र सरकार ने विदर्भ और मराठवाडा को बैकलाग से किया बाहर-सहस्त्रबुद्दे
महाराष्ट्र सरकार ने विदर्भ और मराठवाडा को बैकलाग से किया बाहर-सहस्त्रबुद्दे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद विनय सहस्त्रबुद्दे ने फडणवीस सरकार के बीते पांच सालों के कार्य का बखान करते हुए दावा किया कि भाजपा ने अपने घोषणापत्र में जितने वादे किए थे उसमें से 96 प्रतिशत पूरे कर लिए गए है। उन्होने कहा कि यह पहला मौका है कि सरकार ने विदर्भ और मराठवाडा को बैकलाग से भी बाहर कर दिया है। हालांकि इस मुद्दे से उन्होने पल्ला झाड़ लिया कि कौनसे मामले में विदर्भ अनुशेष से बाहर हुआ है। डॉ सहस्त्रबुद्धे ने गुरुवार को श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्मृति न्यास में स्थित लोक नीति शोध केन्द्र की ओर से महाराष्ट्र सरकार द्वारा 2014 के घोषणापत्र में किए गए वादों के विश्लेषण पर एक रिपोर्ट जारी की। इस दौरान सिंचाई के मुद्दे का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि जलयुक्त शिवार के माध्यम से 18 हजार से अधिक गांवों को पानी की कमी से मुक्त कराया गया है और प्रदेश के लगभग सभी गांवों में पर्याप्त मात्रा में जल पहुंच रहा है।
इतना ही नही जलयुक्त शिवार के तहत 15.76 लाख टीएमसी जल संग्रहण क्षमता उत्पन्न की गई। इसे सच्चाई मान भी ली जाए तो विदर्भ के अन्य गांवों और शहरों के साथ जिस शहर से मुख्यमंत्री आते है वहां के लोगों को ही कई दशकों बाद इस साल पानी के लिए क्यों तरसना पड़ा? विश्लेषण में सरकार की उपलब्धि का बखान करते हुए जल संरक्षण, कानून-व्यवस्था और स्वच्छता अभियान का जिक्र किया गया, लेकिन इसमें राज्य में बेरोजगारी या किसानों की आत्महत्या के मसले पर सरकार की नीति की कोई चर्चा नही की गई।