अनूपपुर में कोविड मरीजों के लिए कम पड़ी जगह, 40 की क्षमता वाले वार्ड में 49 मरीज भर्ती, जमीन में लगाने पड़े बेड
अनूपपुर में कोविड मरीजों के लिए कम पड़ी जगह, 40 की क्षमता वाले वार्ड में 49 मरीज भर्ती, जमीन में लगाने पड़े बेड
दोपहर बाद मरीजों को वन स्टॉप सेंटर में किया शिफ्ट, शहडोल में भी ऑक्सीजन सपोर्ट वाले बेड की कमी
डिजिटल डेस्क अनूपपुर । तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के कारण जिला चिकित्सालय अनूपपुर में कोविड मरीजों के लिए जगह कम पडऩे लगी है। ट्रामा सेंटर में बनाए गए 40 बिस्तरों की क्षमता वाले कोविड वार्ड में मंगलवार को 49 मरीज भर्ती थे। सात लोगों को वार्ड में ही अतिरिक्त बेड लगाकर भर्ती किया गया, जबकि दो मरीजों के बाहर बरामदे में जमीन में बेड लगाकर उपचार दिया। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नवनिर्मित वन स्टॉप सेंटर की बिल्डिंग को 10 बिस्तरों वाले कोविड वार्ड के रूप में विकसित किया गया है। दोपहर बाद कोविड वार्ड से कुछ मरीजों को यहां शिफ्ट कर दिया गया है। लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या के कारण स्वास्थ्य महकमे के हाथ पैर भी फूल रहे हैं। अस्पताल में अधिकतर ऐसे मरीज आते हैं जिनका ऑक्सीजन लेवल कम होता है, उनको ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा जाता है। दूसरी ओर कोविड वार्ड में वार्ड व्बॉय की नियुक्ति अब तक नहीं हो पाई है जिसकी वजह से सफाई कर्मचारियों से ही ऑक्सीजन सिलेंडर ढुलवाने और बदलवाने का कार्य करवाया जा रहा है।
वार्ड में बैठने की जगह नहीं, सीढिय़ों पर विश्राम
लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या और स्टाफ की कमी के कारण स्टाफ नर्सों पर कार्य का दबाव बढ़ता जा रहा है। वहीं वार्ड में बैठने तक की जगह नहीं है। मंगलवार को ही दोपहर को कोविड वार्ड की सीढिय़ों पर पीपीई किट पहनकर विश्राम करती 3 स्टाफ नर्स नजर आई। वार्ड में बैठने की जगह नहीं होने के कारण वह मरीजों के पास सीढिय़ों पर ही बैठी रहीं।
सुरक्षा भी नहीं, एक दर्जन पल्स ऑक्सीमीटर चोरी
लगातार बढ़ रहे संक्रमण और संसाधनों की कमी के बीच कोविड वार्ड में सुरक्षा भी नहीं है। वार्ड से अब तक एक दर्जन से ज्यादा पल्स ऑक्सीमीटर चोरी हो चुके हैं। यहां सीसी कैमरे लगाए जाने की मांग भी की जा रही है। वार्ड में सुरक्षा के नाम पर सफाई कर्मचारी ही मौजूद रहते हैं। गार्ड तक तैनात नहीं किए गए हैं। सीएमएचओ डॉ. एससी राय का कहना है कि स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है शीघ्र ही सभी पदों पर नियुक्ति हो जाएगी। वन स्टॉप सेंटर में मरीजों को शिफ्ट कर दिया गया है।