रात में हुई बारिश, दिन में बादलों के साथ खुला रहा मौसम

सिवनी रात में हुई बारिश, दिन में बादलों के साथ खुला रहा मौसम

Bhaskar Hindi
Update: 2022-01-24 10:00 GMT
रात में हुई बारिश, दिन में बादलों के साथ खुला रहा मौसम

डिजिटल डेस्क सिवनी जिले में एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभकी सक्रियता का असर दिखाई देने लगा है। शनिवार की रात को जिला मुख्यालय सहित अनेक स्थानों में बारिश हुई। रविवार को आसमान पर बादलों का डेरा रहा लेकिन धूप भी निकली रही। बावजूद इसके लगातार हवाएं चलने के कारण दोपहर बाद ठंड महसूस होती रही। मौसम विभाग ने अभी एक दो दिनों तक इसी तरह का मौसम रहने की संभावना व्यक्त की है। इस बारिश से फसलों को कोई नुकसान नहीं है लेकिन यदि ज्यादा दिनों तक बादल छाए रहते हैं तो दलहनी फसलों में इल्लियों का प्रकोप बढऩे की आशंका है। वहीं संभावित पाला कोहरा आदि के कारण भी फसलों को नुकसान हो सकता है।
रात में बरसा पानी
जिले में शनिवार की शाम से ही मौसम में परिवर्तन देखा जा रहा था। जिला मुख्यालय में देर रात तीन बजे के आसपास बारिश हुई। वहीं जिले के विभिन्न स्थानों में भी अलग-अलग समय पर बारिश हुई। लखनादौन में रात नौ-दस बजे अच्छी बारिश हुई। सिवनी में बीते 24 घंटों मे १.२ मिलीमीटर बारिश रिकार्ड हुई है। वहीं अधिकतम पारा २५.४ और न्यूनतम पारा १५.४ डिग्री सैल्सियस रिकार्ड हुआ।
फसलों को होगा फायदा
इन दिनों जारी बारिश के दौर से गेहूं की फसल को खासा फायदा होने की संभावना है। कृषि विभाग क ा कहना है कि आमतौर पर इस सीजन में आमतौर पर सिंचाई की जाती है। ऐसे में आसमानी बारिश से फसलों को फायदा ही होगा। पिछले दिनों जिले के दो सैकड़ा गांवों में ओलावृष्टि हुई थी उन गांवों की फसलों को छोड़ दिया जाए तो बाकी फसलों के लिए फायदा है। कृषि विभाग का कहना है कि गेहूं और दूसरी फसलों को पानी के साथ ठंड भी जरूरी है। बस ओला-पाला की स्थिति न बने।
कहां कितनी फसल
जिले में इस साल दो लाख ६८ हजार हेक्टेयर रकबे में गेहूं की फसल बोई गई है। वहीं चना ४५ हजार हेक्टेयर रकबे में बोया गया है। मटर दस हजार हेक्टेयर में बोया गया है। इसी तरह मसूर भी १३.५० हजार हेक्टेयर में बोई गई है। जिले में कुल तीन लाख ४७ हजार हेक्टेयर रकबे में बोवनी की गई है।
इनका कहना है,
फिलहाल बारिश से फसलों को नुकसान नहीं है। वैसे भी फसलों को सिंचाई और ठंड दोनों की जरूरत रहती है। इस नजरिए से बारिश फायदेमंद है। पाले आदि की दशा में किसान विभाग द्वारा बताए गए उपाय करें।
 

Tags:    

Similar News