पशु चिकित्सा विभाग की अनुपयोगी परिसंपत्तियों के उपयोग के लिए किया गया निरीक्षण
पशु चिकित्सा विभाग की अनुपयोगी परिसंपत्तियों के उपयोग के लिए किया गया निरीक्षण
डिजिटल डेस्क, बालाघाट। पशु चिकित्सा विभाग की अनुपयोगी परिसंपत्तियों और जीर्णशीर्ण भवनों के उपयोग के लिये शासन द्वारा प्रस्तावित योजना पुनर्घनत्वीकरण को मूर्त रूप देने के लिये श्री बी.के. अग्निहोत्री, उपायुक्त, मध्यप्रदेश गृह निर्माण मंडल, जबलपुर संभाग, तथा डॉ. ए.पी. गौतम, संयुक्त संचालक, जबलपुर संभाग पशुपालन विभाग द्वारा जिला कार्यालय की अनुपयोगी परिसंपत्तियों एवं अनुपयोगी भवनों तथा पशु चिकित्सालय वारासिवनी का 02 दिसंबर को निरीक्षण किया गया। इस दौरान डॉ. ए.पी. गौतम, संयुक्त संचालक, जबलपुर संभाग द्वारा विभागीय योजनाओं एवं गतिविधियॉं के संचालन हेतु आवश्यक निर्देश दिए गये। निरीक्षण के दौरान, डॉ. ए.के. खरे, पशु प्रजनन कार्यक्रम अधिकारी, डॉ. उमा परते, सहायक संचालक, डॉ. विनोद कुमार बिसेन, डॉ. योगेन्द्र घोड़ेसवार तथा डॉ अरूण नेमा भी उपस्थित रहें। पुनर्घनत्वीकरण प्रस्तावों पर विचार करते हुये कार्यालयीन तथा विकासखंड वारासिवनी की भूमि के प्रस्ताव पर नई कार्ययोजना बनाने एवं विभागीय पुनरीक्षित मांगपत्र कार्यपालन यंत्री, हाउसिंग बोर्ड को दिये जाने हेतु निर्देश दिये गये। इस दौरान श्री एल.आर. कुसरे, कार्यपालन यंत्री म.प्र. गृह निर्माण मंडल बालाघाट, श्री जे.आर. देशमुख सहायक यंत्री, म.प्र. गृह निर्माण मंडल बालाघाट भी उपस्थित रहे।