नाइट कफ्र्यू में बढ़ी चोरी की वारदातें,आरोपी पकड़ से बाहर
सिवनी नाइट कफ्र्यू में बढ़ी चोरी की वारदातें,आरोपी पकड़ से बाहर
डिजिटल डेस्क , सिवनी नाइट कफ्र्यू क्या लगा मानो चोरों की मौज हो गई। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए नाइट कफ्र्यू के दौरान चोरियों की वारदात बढ़ गई। पिछले एक पखवाड़े में शहर और आसपास के क्षेत्र में करीब आधा दर्जन बड़ी चोरी हुई। हैरानी की बात यह है कि जब पुलिस को नाइट गश्त करना है तो उसके बाद भी कोई भी आरोपी पकड़ में नहीं आए। वहीं दूसरी और तीन सालों में जिले में ४२७ चोरी की वारदातें हो चुकी हैं।
चालानी कार्रवाई पर ध्यान
पुलिस इस समय केवल चालानी कार्रवाई में अधिक ध्यान दे रही है। लोगों का कहना है कि इतनी सख्ती रात में भी दिखाई जाए तो चोरी की वारदातों पर लगाम लगेगी। इसके अलावा अन्य अपराधिक गतिविधियों में भी कमी आएगी। रात में गश्त होने व्यापारी ही नहीं आमजन भी अपने आपको सुरक्षित मानेगा। वर्तमान में पुलिस बिना मास्क लगाने वालों पर अधिक ध्यान दे रही है।
इसीलिए बढ़ी चोरियां
ठंड और नाइट कफ्र्यू के कारण लोग रात में नहीं निकल रहे। केवल जरूरी काम से ही लोग बाहर निकल पा रहे हैं। वहीं रात में पुलिस की पेट्रोलिंग नहीं होने का फायदा चोरों को मिल रहा है। अधिकांश चोरियां रात एक बजे से तीन बजे के आसपास हुई है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस दौरान पुलिस कोई गश्त नहीं करती। सबसे ज्यादा समस्या ग्रामीण इलाकों की है।
इन चोरियों पर कोई सुराग नहीं
पहली- डूंडासिवनी के जनता नगर और कोतवाली क्षेत्र के शाद कॉलोनी में चोरों ने एक-एक कार चुरा ले गए। अब तक इसमें भी पुलिस के हाथ खाली हैं। जबकि कुछ जगह पर चोर गाड़ी ले जाते नजर आ हैं।
दूसरी- कोतवाली ही क्षेत्र से महावीर मढिय़ा इलाके में चोरों ने चार दुकानों के ताले तोड़े। इसमें से दो दुकानों से नकदी और सामान ले गए। इसमें भी बाहरी गैंग का हाथ होने की बात कही जा रही है। इसी प्रकार नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्कूल का ताला तोड़कर तीन कंप्यूटर सेट और अन्य सामान अज्ञात चोर ले गए।
इनका कहना है
सभी जगह पेट्रोलिंग की जा रही है। साथ ही नाइट गश्त भी हो रही है। सभी थाना प्रभारियों से कोरोना नाइट कफ्र्यू का पालन करने के लिए निर्देश दिए गए है। पूर्व में हुई चोरियों के मामले में जांच जारी है जल्द ही अच्छे परिणाम आएंगे।