किसान के घर में बने गौठान में घुसकर देर रात्रि में किया शिकार
बाघ ने गाय के बछड़े को बनाया निवाला किसान के घर में बने गौठान में घुसकर देर रात्रि में किया शिकार
डिजिटल डेस्क,बालाघाट। बालाघाट जिले के वारासिवनी परिक्षेत्र के ग्राम बोटेझरी में बीती रात्रि बाघ ने गाय के बछड़े को निवाला बनाया। घटना के संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी हर्षित सक्सेना के अनुसार उक्त पशु का शिकार वन्य प्राणी तेंदुआ के द्वारा ही किए जाने की संभावना हैं, जबकि ग्रामीणो का कहना है कि उनके गांव से लगे हुए जंगल में बाघ की उपस्थिति रहती हैं और बाघ के द्वारा ही उक्त शिकार किया गया हैं जिसकी पुष्टि पग मार्क से ही ग्रामीण मान रहे है। वन विभाग का कहना है कि जंगल से लगे हुए गांव में वन्य प्राणियों द्वारा अपने भोजन के लिए पालतू पशुओं का जब भी शिकार किया जाता हैं उन्हें मुआवजा देने का प्रावधान हैं, और ग्रामीणों को नियमो के तहत सतर्क रहने के लिए भी विभाग द्वारा सलाह दी जाती हैं।
पिंजरा लगाकर किया जाए रेस्क्यू
गुस्साएं ग्रामीणजनो का कहना रहा कि वन अमले द्वारा गांव के आसपास पिंजरा लगाकर वन्य प्राणी का रेस्क्यू किया जाना चाहिए। इधर, ग्रामीणजनो के अनुसार बुधवार की रात्रि करीब 12 बजे के दौरान वारासिवनी परिक्षेत्र के अंर्तगत ग्राम बोटेझरी में गांव के किसान शिवशंकर टेभरे के घर गाय के बछड़े का शिकार किया गया। पीडि़त किसान का कहना रहा कि उनका मकान आसपास स्थित खेतों से घिरा हुआ हैं तथा मकान के पिछवाड़े में ही गोठान बना हुआ हैं, जहां पर बाघ ने घुसकर गाय के बछड़े को घिसटकर ले जाते हुए शिकार किया हैं।
जंगल में मिले अवशेष
किसान का कहना रहा कि इस घटना की जानकारी उन्हें सुबह लगी। उन्होने जब गाय के बछड़े को तलाशा तो जंगल में बाघ द्वारा किए गए शिकार के बाद उसका शेष अवशेष पड़ा मिला। ग्रामीणजनो द्वारा बताया गया कि पूर्व में जून महीने में एक किसान की बाड़ी से 2 बकरियों का शिकार किया जा चुका हैं।
तैयार किया गया प्रकरण
इधर, दूसरी तरफ इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी ने बताया की उक्त शिकार तेंदुआ के द्वारा किये जाने की आशंका हैं। वन विभाग द्वारा दोपहर बाद मुआवजा प्रकरण बनया जा रहा है। वन्यप्राणी के पग को भी चिन्हित किया जा रहा हैं। उक्त ग्राम में अक्सर बाघ की उपस्थिति ग्रामीण के अनुसार बताई जा रही है।