मानव जीवन अमूल्य, सड़क सुरक्षा सबकी साझी जिम्मेदारी
मानव जीवन अमूल्य, सड़क सुरक्षा सबकी साझी जिम्मेदारी
डिजिटल डेस्क, जयपुर। मानव जीवन अमूल्य, सड़क सुरक्षा सबकी साझी जिम्मेदारी -परिवहन मंत्री ‘‘राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा’’ माह प्रारम्भ, 17 फरवरी तक होंगे विभिन्न आयोजन घायलों के मददगार को सम्मानित करेगा विभाग राजस्थान रोड़वेज को कम दुर्घटनाओं के लिए लगातार दूसरे वर्ष देशभर में पहला स्थान। परिवहन मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि सड़क पर परिवहन नियमों का पालन कर सुरक्षित सड़क संस्कृति का निर्माण सभी की साझी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन सुन्दर है, इसकी रक्षा सबसे बड़ा पुण्य है और जानबूझकर गलती दोहराना स्वयं और दूसरों के जीवन के लिए खतरा बनना बडा पाप है। श्री खाचरियावास ने सोमवार को ‘‘राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह’’ अभियान का शुभारम्भ करते हुए अपने सम्बोधन में यह बात कही। आदर्श नगर विधायक श्री रफीक खान, जयपुर हैरिटेज की मेयर श्रीमती मुनेश गुर्जर की उपस्थिति में जवाहर सर्किल पर हुए राज्य स्तरीय शुभारम्भ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री खाचरियावास ने कहा कि सड़क दुर्घटना का दर्द भुगतने वाला व्यक्ति ही समझता है, लेकिन यह किसी के भी साथ हो सकती है, इसलिए सभी को सावधानी बरतनी चाहिए। हालांकि राज्य सरकार के प्रयासों से पिछले वर्ष 2019 की तुलना में सड़क दुर्घटना में 19 प्रतिशत एवं सड़क दुर्घटना से मौतों में 12 प्रतिशत की कमी आई है, लेकिन अभी हर स्तर पर बहुत कुछ किया जाना शेष है। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना होने पर तमाशबीन बनकर खडे़ रहना या वीडियो बनाते रहना अमानवीय है। ऎसे में हर व्यक्ति को एक आदर्श सभ्य नागरिक (गुड सेमेरिटन) की भूमिका अदा करनी चाहिए और घायल को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाना चाहिए। परिवहन विभाग ऎसे व्यक्तियों को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित करेगा। इसी प्रकार पंचायत स्तर पर परिवहन अग्रदूत बनाने का कार्य भी प्रारम्भ किया जाएगा। इसी तरह केन्द्रीय मोटर व्हीकल एक्ट के अत्यधिक बढे हुए जुर्मानों के सम्बन्ध में भी समीक्षा की जाएगी। परिवहन आयुक्त एवं शासन सचिव श्री रवि जैन ने कहा कि सड़क सुरक्षा कई विभागों और आम जन के प्रयासों और समन्वय का विषय है। तमिलनाडु मॉडल का अध्ययन कर प्रदेश में भी सड़क दुर्घटनाओं में कमी का एक मॉडल रोडमैप तैयार किया गया है और पिछले एक-दो वर्ष में कई नवाचार किए गए हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने कहा कि हर वर्ष मर्डर या पिछले वर्ष कोविड से मरने वालों से कई गुना संख्या में सड़क दुर्घटना मे मौतें सड़क सुरक्षा की अहमियत बताती हैं। इस अवसर पर पार्षद श्री मनोज मुद्गल, डीसीपी टे्रफिक श्री आदर्श सिद्धू, वरिष्ठ आईएएस श्री राजेश कुमार सिंह, अपर परिवहन आयुक्त सड़क सुरक्षा श्री हरीश कुमार शर्मा, सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले संगठनों, एसोसिएशन्स के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। स्वागत आरटीओ श्री राकेश शर्मा ने एवं अपर परिवहन आयुक्त श्री महेन्द्र खींची ने धन्यवाद ज्ञापित किया। हाईवे कम्पनियों की जिम्मेदारी होगी तय परिवहन मंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा सभी सम्बन्धित विभागों के समन्वय से ही संभव है। सड़कों का निर्माण, उनकी देखभाल करने वाली और टोल वसूलने वाली एजेंसियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी और सुनिश्चित किया जाएगा कि वे सड़कों का ठीक से रखरखाव करें। ब्लैक स्पॉट और रोड इंजीनियरिंग की खामियां सुधरवाई जाएंगी। कॉलोनियों में ठीक होंगे अंधे मोड श्री खाचरियावास ने कहा कि पिछले कुछ समय से कॉलोनियों में भी अंधे मोड और दुर्घटनाएं बढ़ी हैं। ऎसे में नगर निगम, जेडीए एवं अन्य विकास कार्य करने वाली एजेंसियों के साथ इन्हें ठीक करने के बारे में निर्णय किया जाएगा। इसके साथ ही जयपुर के और अधिक स्थानों पर कैमरे लगाने का काम प्रारम्भ होगा जिससे सड़क दुर्घटनाओं और अपराधों में कमी आ सकेगी। राजस्थान रोडवेज देशभर में लगातार दूसरे वर्ष फिर सबसे सुरक्षित परिवहन मंत्री ने बताया कि राजस्थान रोडवेज को लगातार दूसरे वर्ष सबसे कम दुर्घटनाओं के लिए देशभर में पहला स्थान मिला है। श्री खाचरियावास ने कहा कि पूर्व में कुछ बसों में निर्भया पैनिक बटन लगाए गए थे लेकिन अब सभी बसों में रोड सेफ्टी निर्भया पैनिक बटन लगाए जाएंगे। हाईवे के नजदीक पीएचसी को एम्बुलेंस श्री खाचरियावास ने कहा कि हाईवे के नजदीक ग्रामों में डिस्पेंसरियों पर सड़क दुर्घटना की स्थिति में उपचार के लिए एम्बुलेंस आदि संसाधन दिए जाएंगे जिससे घायलों को समय पर उपचार मिल सके।