आधी रात को गिरा मकान, मलबे में दबने से मां की मौत, बेटा घायल
आधी रात को गिरा मकान, मलबे में दबने से मां की मौत, बेटा घायल
डिजिटल डेस्क, बालाघाट। बीती दिनों से हो रही लगातार तेज बारिश के कारण लामता मुख्यालय के वार्ड क्रमांक 17 में एक कच्चा मकान धाराशाही हो गया, जिसमें सो रही 70 वर्षीय महिला कृष्णाबाई पति तुलसीराम और उसका बेटा घायल हो गया। घटना के वक्त बारिश होने के बावजूद ग्रामीणों ने आगे आकर मलबे में दबी वृद्धा कृष्णाबाई और उसके बेटे 40 वर्षीय राजेश को बाहर निकाला।दोनों को लामता अस्पताल लाया गया। जहां वृद्ध महिला कृष्णाबाई की मौत हो गई। जबकि बेटे राजेश को मामूली चोटें आई है।
सोते समय गिरा मकान
बताया जाता है कि घर में मां-बेटे दोनो रहते थे, जबकि बहु बेटे की शराब पीने की आदत के कारण अन्यत्र रहती थी। रात में दोनों खाकर सो गये थे। इसी दौरान रात लगभग 10 बजे मिट्टी के मकान का वह हिस्सा धराशाही हो गया। जिसमें दोनो सोये थे। घटना के बाद पुलिस ने शव बरामद कर पंचनामा कार्यवाही के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। मामले की जानकारी के बाद प्रशासनिक अमला भी घटनास्थल पहुंचा और मामले की पड़ताल की।
बाघ का आतंक
जानकारिनुसार पुलपुट्टा से लगे जंगल और खेतों के पास एक बाघ ने चर रही भैस का शिकार कर लिया, रानीमोहगाव, चोरपिंडकेपार, कटोरी से लगे हुए जंगलों में बाघ की दस्तक ने ग्रामीणों को भयभीत कर दिया है , हालांकि बाघ की उपस्थिति पहले भी इस क्षेत्र में रही है । ग्रामीणों और उनके पशुओं का जंगल मे जाना - आना लगा रहता है । बरसात में शिकार की कमी व प्रजनन काल जैसी परिस्थितियो में बाघ आक्रामक हो जाते है, साथ ही जब , तब मादा बाघ अपने बच्चो के साथ मौजूद हो और उस दौरान किसी इंसान या ग्रमीणों के पशुओं की मौजूदगी , उन्हें खतरे के रूप में दिखाई देती है, जिसकी वजह से ऐसी घटनाएं आम हो जाती है । वन विभाग ने बाघ की उपस्थिति की पुष्टि कर दी है, पगमार्क सहित बाघिन ने अपने बच्चों के साथ ही इस घटना को अंजाम दिया है।