हाईटेक गैंग ने की थी एटीएम से डाटा चुराने की साजिश , पुलिस को सीसीटीवी फुटेज का इंतजार
हाईटेक गैंग ने की थी एटीएम से डाटा चुराने की साजिश , पुलिस को सीसीटीवी फुटेज का इंतजार
डिजिटल डेस्क, सतना। कोलगवां थाना अंतर्गत बस स्टैंड के पास संचालित एक एटीएम बूथ से तमाम डेबिट कार्ड का डाटा चुराने की हाईटेक साजिश तो नाकाम हो गई है, लेकिन इस नायाब तरकीब के खुलासे ने बैंक खातेदारों की नींद उड़ा दी है। सवाल ये है कि क्या,अब बैंकों के एटीएम बूथ भी भरोसे के कााबिल नहीं रहे। एसपी रियाज इकबाल ने मामले की जांच साइबर सेल को सौंपी है। जांच के लिए जब्त डिवाइस भी दी गई है। पुलिस को फिलहाल एटीएम बूथ के सीसीटीवी फुटेज का इंतजार है। आशंका है कि इस साजिश के पीछे आईटी प्रोफेशनल्स का कोई बड़ा गिरोह हो सकता है। जिसने एटीएम बूथ से छेड़खानी करते हुए कुछ इस तरह से एटीएम के असली की-पैड पर नकली की-पैड लगा रखा था, जो आम आदमी के समझ से परे था। इतना ही नहीं माइक्रो कैमरा और कार्ड रीडर के ऊपर नकली स्केनिंग मशीन इस खूबी से फिट की गई थी कि उसे आसानी से पकड़ा नहीं जा सकता था। आशंका ये भी है कि कहीं, जिला मुख्यालय समेत जिले के अन्य एटीएम बूथ के साथ भी ऐसी ही छेड़खानी न की गई हो।
क्या होता - अगर नहीं होता पर्दाफाश
जानकारों के मुताबिक अगर एटीएम बूथ के गार्ड की सक्रियता से इस हाईटेक साजिश का पर्दाफाश नहीं होता तो इस छेड़खानी से हर उस डेबिट कार्ड का डाटा उन बदमाशों के पास पहुंच जाता जिन डेबिट कार्ड का उपयोग इस बूथ से नकद निकासी के लिए किया जाता। कार्ड की मैग्नेटिक स्ट्रिप और चिप में दर्ज इस डाटा की मदद से बदमाश न केवल कार्ड का क्लोन तैयार कर सकते थे, बल्कि ओटीपी और अन्य एमएमएस के लिए अपने स्वयं के मोबाइल नंबर का उपयोग भी कर सकते थे। वे ऑन लाइन खरीदी या फिर अन्य तरीके से रकम की निकासी कर पूरा का पूरा एकाउंट ही साफ कर सकते थे।
ऐसे में अब क्या करें
पुलिस ने एटीएम यूजर्स के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि वे किसी भी एटीएम बूथ में प्रवेश करते ही ये सुनिश्चित कर लें कि एटीएम के की-पैड पर नकली की-पैड , माइक्रो कैमरा और कार्ड रीडर के ऊपर नकली स्केनिंग मशीन तो नहीं चिपकी है। इस दौरान ये भी सुनिश्चित करना जरुरी है कि नकद निकासी के वक्त बूथ के अंदर कोई अनजान शख्स न रहे। किसी अजनबी को डेबिट कार्ड भी नहीं दें। एटीएम पिन और ओटीपी भी किसी के साथ शेयर नहीं करें।