धान की फसलें उजाड़कर आगे बढ़ रहा हाथियों का झुंड
लाखनी धान की फसलें उजाड़कर आगे बढ़ रहा हाथियों का झुंड
डिजिटल डेस्क, लाखनी / भंडारा। गत तीन दिनों से साकोली तहसील के सीमा में आए 23 हाथियों के झुंड ने बरड़किन्ही व मोहघाटा परिसर को अपना नया ठिकाना बनाया है। पर इस बीच हाथियों के रास्ते में आने वाले खेतों की फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। लाखनी व साकोली वन परिक्षेत्र की सीमा में हाथियों का अधिवास होकर वन विभाग की टीम जीवित हानि रोकने के लिए दिन रात परिश्रम कर रही है। ग्रामीणों को महुआ फुलों को घर में न रखने तथा जंगल में जाने से बचने का आह्वान किया जा रहा है। हाथियों के झुंड के बंदोबस्त के लिए पश्चिम बंगाल से दल को बुलाए जाने की जानकारी सामने आयी है। वन परिक्षेत्र साकोली के तहत सह वन क्षेत्र सानगड़ी पूर्व के सिरेगांवटोला, केसलवाड़ा, झाडगांव, शिवनीबांध एवं परिसर के 28 नवंबर को हाथियों के झुंड का आगमन हुआ। इस परिसर में धान के ढेर व गन्ने की खेती का हाथियों ने नुकसान किया है। उपनवसंरक्षक राहुल गवई, सहायक वनसंरक्षक आर. पी. राठोड, वन परिक्षेत्र अधिकारी शेखर मेंढे, क्षेत्र सहायक, वनरक्षक, स्थायी मजदूर हाथियों के लोकेशन पर नजर बनाए हुए है। वन विभाग ने हाथियों का लोकेशन लेकर परिसर सील किया है। इसके साथ महुआ फुल को बंदोबस्त कर घर से दूर रखने का आह्वान किया गया है। 29 नवंबर को हाथियों का झुंड चुलबंद नदी पार कर लाखनी वन परिक्षेत्र के बीट बरड़किन्ही व मोहघाटा परिसर में आने की जानकारी मिलते ही वन विभाग ने परिसर सील कर दिया। पर रात्रि के दौरान हाथियों के झुंड ने रेंगेपार / कोहली परिसर में धान के ढेर को नुकसान पहुचाया।
गौशाला के साथ नौ किसानों के धान को पहुंचाया नुकसान
हाथियों के झुंड ने रेंगेपार / कोहली के नौ किसानों के धान के ढेर व चुराई कर रखे हुए धान को नुकसान पहुंचाया। हाथियों ने रास्ते में आए कई पेड़ों को तहस नहस कर दिया।